प्योंगयांग । उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन के गिरते स्वास्थ्य का दावा कई खबरों में किया जा चुका है। इन अपुष्ट दावों के बीच कहा जा रहा है कि वह अपनी बहन और नौ साल की बेटी को भविष्य में देश की सत्ता संभालने के लिए तैयार कर सकते हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि तानाशाह इस तरह की योजना बना रहा होगा क्योंकि वह आने वाली पीढ़ियों के लिए उत्तर कोरिया में अपने परिवार की शक्ति को मजबूत करना चाहता है। उत्तर कोरिया की ओर से पिछले साल जारी की गई अलग-अलग मौकों की तस्वीरों में तानाशाह का वजन अपेक्षाकृत कम नजर आया तभी से यह कहा जाने लगा कि किम जोंग बीमार हैं।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर 40 वर्षीय किम की जल्दी मौत हो जाती है या उन्हें सुप्रीम लीडर की कुर्सी से हटना पड़ता है तब भी उनका शासन जारी रहेगा। संभावनाएं हैं कि किम के बाद उनकी छोटी और शक्तिशाली बहन किम यो जोंग उत्तर कोरिया पर राज करेगी। इस बीच किम की नौ साल की बेटी को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं। हाल ही में वह अपने पिता के साथ एक मिसाइल लॉन्च को देखने पहुंची थी। उत्तर कोरियाई मीडिया बच्ची को लगातार किम की प्यारी और अनमोल औलाद के रूप में दिखा रहा है। ये खबरें भविष्य के शासन में उसकी भूमिका को लेकर अफवाहों को हवा दे रही हैं लेकिन किम की 35 साल की बहन कई साल से उनके मुख्य विश्वासपात्रों में से एक रही हैं और उन्हें किम के बाद सत्ता का सबसे मजबूत दावेदार माना जाता है।
नॉर्थ कोरिया लीडरशिप वॉच के निदेशक और संस्थापक माइकल मैडेन ने मीडिया को बताया कि अगर किम जोंग उन को सत्ता छोड़नी पड़ी या उनका निधन हो गया तो उत्तर कोरिया में अभिजात्य वर्ग का सामूहिक नेतृत्व देखने को मिल सकता है जिसके केंद्र में किम यो-जोंग होंगी।
उन्होंने कहा कि नेतृत्व टीम में किम के इनर सर्कल के सदस्य भी शामिल होंगे। किम के इनर सर्कल यानी करीबी लोगों में उनकी बहन पत्नी री सोल जू भाई किम जोंग-चुल बेटी जू-एई और उनके शीर्ष जनरल-प्रीमियर किम तो-हुन जनरल चो रयोंग-हे और मार्शल पाक जोंग-चोन शामिल हैं। अपने पिता के साथ मिसाइल लॉन्च की गवाह बनने के बाद अफवाहें उड़ रही हैं कि किम बेटी भी उनकी उत्तराधिकारी हो सकती है। किम के बारे में कहा जाता है कि वह हाइपरटेंशन डायबिटीज हाई कोलेस्ट्रॉल और चेन स्मोकिंग संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित हैं।