यूक्रेन पर हमले के बाद पुतिन से मुंह मोड़ रहे रूस के बड़े नाम, ये रहे अब तक के चर्चित इस्तीफे

 मॉस्को

यूक्रेन पर आक्रमण का असर रूस सरकार पर भी पड़ता नजर आ रहा है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से हुए सैन्य कार्रवाई के ऐलान के बाद देश के कई वरिष्ठ और अहम लोग पद से इस्तीफा सौंप चुके हैं। हाल ही में एनाटोली चुबैस ने सरकार को अलविदा कह दिया। माना जा रहा है कि आक्रमण के दौरान पद छोड़ने वाले सबसे वरिष्ठ अधिकारी चुबैस हैं। हालांकि, यूक्रेन पर आक्रमण की निंदा करने वालों की सूची में चुबैस समेत कई अधिकारियों का नाम शामिल है।

कौन हैं चुबैस
66 वर्षीय अर्थशास्त्री चुबैस को 1990 में रूस की आर्थिक हालात बेहतर करने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति बोरिस येल्सटिन के निजीकरण के अभियान में मुख्य भूमिका निभाई थी। खास बात है कि क्रेमलिन में पुतिन को पहली बार काम देने वाले चुबैस तीन दशकों के दौरान कई बड़े पदों पर रहे।

आर्केडी वोर्कोविच
वोर्कोविच रूस के उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं और फिलहाल, इंटरनेशनल चेस फेडरेसन के अध्यक्ष हैं। 14 मार्च को मदर जोन्स मैगजीन के साथ चर्चा में उन्होंने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, 'युद्ध सबसे बुरी चीजें हैं, जिनका सामना कोई व्यक्ति अपने जीवन में कर सकता है। कोई भी युद्ध, कहीं भी। युद्ध केवल अमूल्य जिंदगियों को खत्म नहीं करते। युद्ध उम्मीदें और महत्वकांक्षाओं को खत्म कर देते हैं, रिश्तों और संपर्कों को तबाह या रोक देते हैं।'

लिलिया गिलडेवा
राज्य सरकार से मदद हासिल करने वाले में लिलिया लंबे समय तक एंकर रहीं। आक्रमण के कुछ समय बाद ही उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी और रूस को अलविदा कह दिया था। हाल ही में उन्होंने कहा था कि 24 फरवरी को आक्रमण के पहले ही दिन उन्होंने 'यह सब रोकने' का फैसला कर लिया था।

जाना अगालाकोवा
जाना अगालाकोवा भी राज्य के टीवी चैनल, चैनल वन में पत्रकार थीं। उन्होंने यहा 20 साल का लंबा वक्त गुजारा और इस दौरान एंकर से लेकर पेरिस, न्यूयॉर्क और अन्य पश्चिमी देशों में संवाददाता रहीं। आक्रमण के तीन हफ्तों के बाद ही अगालाकोवा के इस्तीफे की खबरें सामने आने लगी थी। इस सप्ताह उन्होंने पेरिस में एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान इन पद छोड़ने की खबरों की पुष्टि की और अपने फैसले के बारे में बताया।