कीव।
यूक्रेन के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा है कि यूक्रेन का नेतृत्व रूस के साथ बातचीत के लिए तैयार है और दोनों पक्ष वार्ता के प्रारूप पर चर्चा कर रहे हैं। शुक्रवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन ने वारसॉ में वार्ता आयोजित करने की पेशकश की है, जबकि रूस ने म्स्किक में वार्ता करने की मंशा दिखाई थी। हालांकि, अमेरिका ने रूस की इस पेशकश को सिरे से खारिज कर दिया था। 'थेकई इंडिपेंडेंट डॉट कॉम' ने बताया कि पेसकोव के अनुसार यूक्रेन ने इसके बाद बातचीत बंद कर दी, हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति के प्रवक्ता सेरही न्याकिफोरोव ने इससे इनकार किया और कहा कि यूक्रेन बातचीत के लिए तैयार है और बातचीत जारी रहेगी।
पुतिन ने की थी वार्ता की पेशकश
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को देश पर चौतरफा युद्ध शुरू करने के बाद यूक्रेन को बातचीत के लिए म्स्किक में मिलने की पेशकश की। पुतिन चाहते हैं कि यूक्रेन एक निष्पक्ष स्थिति के लिए सहमत हो जाए, जो इसे नाटो में शामिल होने से रोकेगा। नाटो में शामिल होना लंबे समय से यूक्रेन की आकांक्षा रही है।
जेलेंस्की ने मांगी सुरक्षा की गारंटी
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि सब कुछ यूक्रेन को मिलने वाली सुरक्षा गारंटी पर नर्भिर करेगा। निकोफोरव ने लिखा, "हमने रूसी राष्ट्रपति के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। दोनों पक्ष बातचीत के स्थान और समय पर चर्चा कर रहे हैं।"
अमेरिका ने प्रस्ताव को किया खारिज
अमेरिका ने शुक्रवार को यूक्रेन के साथ बातचीत के रूस के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। US का कहना है कि रूस को यूक्रेन से सैनिकों को वापस बुलाकर कूटनीति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, "यूक्रेन पर हमला करने के बाद, अब हम रूस को बंदूक की बैरल पर कूटनीति का सुझाव देते हुए देखते हैं। यह वास्तविक कूटनीति नहीं है।" रूस ने शुक्रवार की रात तक यूक्रेन पर हमला जारी रखा और कीव शहर पर एक तीव्र हवाई हमला किए। रूसी आक्रमण में 24 फरवरी को 137 यूक्रेनी लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, दूसरी ओर यूक्रेनी सरकार ने कहा कि पहले दिन 1,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए।