समुद्र के अंदर हुआ ज्वालामुखी विस्फोट, रूस-जापान ने जारी की सुनामी की चेतावनी

वाशिंगटन/जापान
प्रशांत द्वीपीय देश टोंगा के पास समुद्र के अंदर ज्वालामुखी फटने के बाद शनिवार को तट की ओर बढ़ती विशाल लहरों को देखा गया, जिनसे बचने के लिए लोग ऊंचे स्थानों पर जाते नजर आए। इस विस्फोट का एक वीडियो होनुलुलु नेशनल वेदर सर्विसेज ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा किया है। इस वीडियो के साथ इसने लिखा कि आज टोंगा के पास एक विशाल ज्वालामुखी विस्फोट बाहरी अंतरिक्ष से देखा गया। ज्वालामुखी विशेषज्ञों के अनुसार टोंगा में पिछले 30 साल में यह सबसे बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट था।

अमेरिका के हवाई स्थित सुनामी केंद्र ने चेतावनी वापस ले ली है। रात तक किसी तरह की नुकसान की खबर नहीं आई जिसके बाद हवाई स्थित सुनामी केंद्र ने चेतावनी को रद्द कर दिया। शनिवार को प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि लगता है कि अमेरिकी सामोआ पर सुनामी का खतरा टल गया है, हालांकि, समुद्र में हल्के उतार-चढ़ाव जारी रहेंगे।

इन लहरों के कारण नुकसान कितना हुआ है और किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। इसका कारण यह है कि इस छोटे देश के साथ संपर्क एवं संचार सेवाएं उतनी अच्छी नहीं हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में बड़ी लहरें तटीय क्षेत्रों में घरों और इमारतों के चारों को दिख रही हैं।

न्यूजीलैंड की सेना ने बताया कि वह हालात पर नजर रख रही है और जरूरत पड़ने पर यदि उसकी सहायता मांगी जाती है, तो वह तैयार है। उपग्रह से ली गई तस्वीर में दिख रहा है कि प्रशांत महासागर के नीले पानी के ऊपर मशरूम के आकार में राख, भाप और गैस का गुबार उठ रहा है।

टोंगा मौसम विज्ञान सेवा ने बताया कि पूरे टोंगा के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के आंकड़ों ने 80 सेंटीमीटर ऊंची लहरों का पता लगाया गया है।

जानकारी के अनुसार, यह ज्वालामुखी विस्फोट टोंगा के हंगा टोंगा हंगा हापाई ज्वालामुखी में हुआ है। यह ज्वालामुखी टोंगा की राजधानी नुकुअलोफा से लगभग 64 किलोमीटर (40 मील) दूर उत्तर में स्थित है। टोंगा में करीब 1,05,000 लोग रहते हैं।

रूस और जापान ने भी जारी की सुनामी की चेतावनी
टोंगा के पास समुद्र के अंदर ज्वालामुखी विस्फोट के बाद रूस और जापान में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। स्पुतनिक की रिपोर्ट के अनुसार, द्वीपीय देश टोंगा में बड़े पैमाने पर ज्वालामुखी विस्फोट के बाद प्रशांत महासागर में उठी लहरों के कारण रूस और जापान ने सुनामी की चेतावनी जारी की।

स्पुतनिक ने सखालिन के प्रशांत तट जिले में रूसी आपातकालीन अधिकारियों के हवाले से कहा है कि पानी के भीतर विस्फोट रूस के कुरील द्वीप समूह में 20 सेंटीमीटर (8 इंच) तक लहरों को बढ़ा सकता है।

प्रशांत द्वीपीय देश टोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद समुद्र में उठी लहरों को देखते हुए शनिवार को तटरेखा के पास सामोआ गांवों से सौ से अधिक परिवारों को निकाला गया। स्पुतनिक के अनुसार, इस ज्वालामुखी विस्फोट से पूरे दक्षिण प्रशांत क्षेत्र में सुनामी को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

जापान के प्रशांत तट पर स्थित अमामी-ओशिमा द्वीप में पहुंची सुनामी
जापान के प्रशांत तट से लगते दक्षिणी जापानी द्वीप अमामी-ओशिमा और समेत कई अन्य स्थानों पर रविवार को सुनामी देखी गई। एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने शनिवार देर रात 12:15 बजे अमामी द्वीप समूह और कागोशिमा प्रान्त में टोकारा द्वीप समूह के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की।एजेंसी ने कहा कि अमामी-ओशिमा द्वीप पर कोमिनाटो में 120 सेंटीमीटर ऊंची लहरों की सुनामी देखी गई है।

एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी क्यूशू द्वीप से उत्तरी द्वीप होक्काइडो तक जापान के प्रशांत तट पर 90 सेंटीमीटर तक ऊंची लहरों की दर्जनों सुनामी देखी गई हैं। लोगों को हाई अलर्ट पर रहने और ऊंची जगहों पर जाने की सलाह दी गई है।

अमामी-ओशिमा द्वीप पर नाज बंदरगाह के पास एक होटल के एक कर्मचारी ने एनएचके को बताया कि निचली मंजिलों पर रहने वाले मेहमानों को 10वीं मंजिल पर ले जाया गया है।