
इस्लामाबाद
पाकिस्तान में कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में डूरंड रेखा पर तालिबानी और पाकिस्तानी सेना के बीच लड़ाई छिड़ गई है, जिसमें 20 घायल हुए हैं और हाथापाई के दौरान 3 मारे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी बॉर्डर गॉर्ड्स ने स्पिन बोल्डक गेट पर एक अफगान बच्चे की पिटाई कर दी, जिसके बाद अफगान सुरक्षा बलों ने गार्ड्स पर गोलियां चला दीं। यह घटना गुरुवार दोपहर की है, जिसके बाद गेट को यातायात के लिए बंद कर दिया गया।
घटना के बाद, अल-बद्र कोर से सेना के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और पाकिस्तानी बॉर्डर गॉर्ड्स को जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं। सेपिनेह बोल्डक के बार्डर गेट के अधिकारियों ने अभी तक इस घटना की जानकारी नहीं दी है। डूरंड रेखा के मुद्दे पर तालिबान और पाकिस्तान के बीच मतभेद लंबे समय से जारी है।
तालिबान ने बॉर्डर पोस्ट से पाकिस्तानी झंडे को हटा दिया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जलालाबाद (नंगरहार प्रांत) में पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास ने खोस्त-उत्तर वजीरिस्तान क्षेत्र में गुलाम खान सीमा पार की स्थिति के बारे में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को जानकारी दी है। बताया गया कि तालिबान ने एक बॉर्डर पोस्ट से पाकिस्तानी झंडे को हटा दिया और सशस्त्र कर्मियों को तैनात किया है, जो कि सीमा समझौते का उल्लंघन है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने तालिबान को संभावित जवाबी कार्रवाई की चेतावनी जारी की और व्यापार कुछ दिनों के लिए रद्द कर दिया गया। स्थानीय मीडिया ने कहा कि बाद में दोनों पक्षों के व्यापारियों और आदिवासी बुजुर्गों के हस्तक्षेप से इस मुद्दे को सुलझा लिया गया।
डूरंड रेखा को लेकर पाकिस्तान और तालिबान के बीच खींचतान
पाकिस्तान और तालिबान के बीच द्विपक्षीय संबंध डूरंड रेखा और इस्लामाबाद के खिलाफ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे समूहों की सीमा पार "आतंकवादी गतिविधियों" के मुद्दे पर शत्रुतापूर्ण हो रहे हैं। पाकिस्तान की मंशा डूरंड रेखा के पास के कबायली इलाकों को अपने नियंत्रण में लाने और डूरंड की कांटेदार तार की बाड़ लगाने का काम पूरा करने का है। सैन्य विश्लेषकों के अनुसार, पाकिस्तान ने अपनी द्विपक्षीय नीति नहीं बदली है और देश अंतरराष्ट्रीय आलोचना से छुटकारा पाना चाहता है, जिस पर वर्षों से आतंकवाद को प्रशिक्षण और वित्तपोषण का आरोप लगाया जाता रहा है।