प्रदेश में 23 लाख लोगों ने समय पर नहीं लगवाई टीके की दूसरी डोज

भोपाल
 प्रदेश में कोरोनारोधी टीका लगाने के लिए अभी तक 11 टीकाकरण महाअभियान चलाए जा चुके हैं। बुधवार को आखिरी महाअभियान था। इसके बाद भी 23 लाख लोग ऐसे हैं, जिनकी दूसरी डोज लगवाने का वक्‍त आ चुका है, इसके बावजूद वे टीका लगवाने के लिए नहीं आ रहे हैं। यह आंकड़ा नवंबर में एक करोड़ 23 लाख तक पहुंच गया था, लेकिन दिसंबर में हर दिन करीब साढ़े चार लाख लोगों को दूसरी डोज लगाई गई। इस कारण अब समय आने के बाद दूसरी डोज नहीं लगवाने वाले सिर्फ 23 लाख लोग ही बचे हैं।

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ संतोष शुक्ला ने बताया कि दूसरी डोज नहीं लगवाने वालों को चिन्हित कर लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। जिन घरों में सभी लोगों को टीका लग चुका है वहां फुली वैक्सीनेटेड के लिए 'एफ' लिखा जा रहा है। इसका फायदा यह होगा कि आम लोगों को भी पता रहा रहेगा कि किसी घर में सभी को टीका लगा है या नहीं।

उन्होंने बताया कि 23 लाख का आंकड़ा ज्यादा नहीं है। समय आने के बाद भी टीका नहीं लगवाने वालों पर सख्ती की जा रही है। प्रदेशभर में रोको-टोको अभियान चलाया जा रहा है। सरकारी उचित मूल्य की दुकानों में राशन के लिए जाने वाले लोगों को पहले टीकाकरण का सर्टिफिकेट लाने को कहा जा रहा है। सरकारी सुविधा लेने के लिए हर जगह इसी तरह की शर्त रखी जा रही है। यही वजह है कि जहां पहले यह आंकड़ा 01 करोड़ 23 लाख तक पहुंच गया था, वहां अब यह आंकड़ा महज 23 लाख तक ही रह गया है। हालांकि उन्होंने साफ किया है कि अब कोई महाअभियान नहीं चलाया जाएगा। दिसंबर के बाद सिर्फ बड़े अस्पतालों में ही टीकाकरण किया जाएगा।