इंदौर। इंदौर की एक बिल्डिंग में लगी आग से सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना देर रात तीन बजे की बताई जाती है। रास्ता सकरा होने के चलते फायर ब्रिगेड और पुलिस को रेस्क्यू करने में भारी मशक्कत करना पड़ी, इसके बाद भी 9 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया है, इन सब को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता देने का ऐलान करते हुए, हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
रात करीब 3.10 बजे डायल 100 पर सूचना मिली थी कि विजय नगर स्थित स्वर्ण बाग कॉलोनी की एक बिल्डिंग में आग लग गई है। इस सूचना पर तत्काल फायर ब्रिगेड को रवाना किया गया। साथ ही पुलिस भी यहां पर पहुंची। रास्ता संकरा था, पुलिस और दमकले जब पहुंची तब बिल्डिंग के बाहर रखी गाड़ियों में आग लगी हुई थी। सबसे पहले गाड़ियों की आग पर काबू पाया गया। तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। इसके बाद आगे बढ़ने का रास्ता मिला। उस वक्त तक पूरी बिल्डिंग में काला धुंआ भरा गया था। अंदर मौजूद लोगों का धुंए से दम घुटने लगा। हालांकि इस बीच रेस्क्यू दल ने छत से पहुंचकर बिल्डिंग के अंदर जाने का प्रयास किया, लेकिन छत पर लोहे का दरवाजा था जो बिल्डिंग के अंदर से बंद था। इसके बाद इस दरवाजे को तोड़ने का प्रयास किया। इस दौरान दूर से ही बिल्डिंग पर दमकलों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। रास्ता मिलने के बाद बिल्डिंग की आग पर काबू पाया गया। इसी बीच रेस्क्यू आपरेशन वाली टीम बिल्डिंग के अंदर पहुंची, जहां पर चारों ओर धुंआ ही धुंआ हो रहा था। धुंए के कारण कई लोग अचेत अवस्था में मिले। इन्हें रेस्क्यू कर बाहर लाया गया और एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। नौ लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। जबकि 7 लोगों की मौत हो गई। इसमें दो महिलाएं शामिल हैं। घटना में दो पहिया वाहन और कार भी जली हैं।
ग्राउंड फ्लोर पर गाड़ी से आग की हुई थी शुरूआत
गाड़ियों की आग के कारण बिल्डिंग में धुंआ बहुत हो गया। इसके कारण कुछ लोगों की दम घुटने से भी इसमें मौत हुई है। इसमें पांच लोग घायल है। बिल्डिंग में जब धुंआ ज्यादा हो गया तो विदिशा का रहने वाला मनोज सोलंकी जो बार में काम करता है वह दूसरी मंजिल से कूद गया था। उसे चोट ज्यादा लगी है। इसी तरह तुषार प्रजापति भी कूदा था, उसे भी चोट आई है। घायलों का इलाज सरकार करवा रही है।
प्रशासन ने दिखाई तत्परता
घटना की जानकारी लगते ही यहां पर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा सहित पुलिस के सभी आला अफसर यहां पर पहुंच गए थे। वहीं कलेक्टर इंदौर मनीष सिंह सहित जिला प्रशासन का भी अमला यहां पर आ गया था। नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन ने आग पर काबू करने के लिए तत्परता दिखाई।
मकान मालिक पर केस दर्ज: कलेक्टर
कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि मकान मालिक के खिलाफ पुलिस आईपीसी की धारा 304 ए का मुकदमा दायर कर रही है। जांच में मुख्य बिंदु यह रहेगा कि आग किस कारण से लगी है। टैक्निकल टीम घटना स्थल पर जांच कर रही है कि आग लगने का कारण क्या रहा। कलेक्टर ने बताया कि घायलों का इलाज भी सरकार करवाएगी। कलेक्टर ने बताया कि इस कॉलोनी में अवैध निर्माण थे। जी प्लस 2 की यह बिल्डिंग थी। इसमें ग्राउंड फ्लोर के साथ ही पहली मंजिल और दूसरी मंजिल पर ही किरायेदार रह रहे थे।