जबलपुर
गर्मी की छुट्टियां शुरू होते ही नेशनल पार्कों व टूरिस्ट प्लेस में सैलानियों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। प्रदेश के चर्चित व बाघों के लिए जाने जाना वाला बांधवगढ़ नेशनल पार्क पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है। स्थिति ये है कि यहां पर 24 अप्रैल तक कोर जोन की सुबह व शाम की सफारी फुल हो चुकी है। कुछ ऐसी ही स्थिति पार्क के बफर जोन की भी बनी हुई है।
बताते हैं कि कान्हा नेशनल पार्क में आमतौर पर हर सीजन में पर्यटक मारामारी करते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन इस बार पर्यटकों ने कान्हा से मुंह मोड़ लिया है। इन स्थितियों में होटल संचालकों व गाइड में मायूसी है। एक पर्यटक ने बताया, कि कान्हा में टिकट से लेकर सारी सुविधाएं बहुत ही महंगी पड़ रहीं हैं।
सफारी भ्रमण के दौरान बहुत से पर्यटक सिर्फ बाघ देखने के लिए महंगे दामों पर सब कुछ हायर करते हैं, लेकिन कई बार पूरी सफारी भ्रमण के दौरान बाघ के दर्शन नहीं होते। वहीं बांधवगढ़ में बहुत ही आसानी से बाघों के दर्शन हो जाते हैं, लिहाजा पर्यटक अब वहां पर तेजी से बढ़ रहे हैं।
दो गुना बढ़ गए होटलों के रूम फेयर
बताते हैं कि प्रदेश में कोविड संक्रमण कम होते ही जहां पर्यटकों में उत्साह है, वहीं पार्कों में संचालित होटल व रिसॉर्ट संचालकों ने सीजन के शुरूआत में ही होटल व सुविधाओं के दाम दो गुना तक कर दिए हैं। छुट्टियां मनाने के लिए पहुंच रहे पर्यटकों को महंगे व मनमाने दामों पर सुविधाएं होटल संचालकों द्वारा परोसी जा रही हैं। पचमढ़ी में तो होटल और रिसॉर्ट के कमरे बुक हैं।