भोपाल
एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सक्रिय है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इस वजह से हवाओं का रुख बदलकर उत्तर-पश्चिमी हो गया है। इस वजह से तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो-तीन दिन तक तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इस दौरान मंगलवार को पूर्व मध्य प्रदेश में रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें भी पड़ सकती हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि रविवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम पांच डिग्री सेल्सियस तापमान उमरिया एवं नौगांव में दर्ज किया गया। मंडला, मलाजखंड, खजुराहो, धार एवं खंडवा में शीतलहर चली। हवाओं का रुख बदलने से मध्य प्रदेश में दिन एवं रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। इसी क्रम में रविवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री से. दर्ज किया गया, जो सामान्य रहा। यह शनिवार के अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री से. की तुलना में 1.6 डिग्री से. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। जो शनिवार के न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री से. के मुकाबले 0.8 डिग्री से. अधिक रहा। साहा के मुताबिक तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला दो-तीन दिन तक जारी रह सकता है।
इस दौरा हवाओं के साथ नमी आने के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश में मंगलवार को बादल छा सकते हैं। साथ ही जबलपुर, शहडोल, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश भी होने के आसार हैं। उधर 17 फरवरी को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इस तीव्र आवृत्ति वाले पश्चिमी विक्षोभ के असर से पूरे प्रदेश में मौसम का मिजाज गड़बड़ हो सकता है। जगह-जगह गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है।