रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देने का दावा फेल, सुरक्षा व्यवस्था थर्ड क्लास

भोपाल
100 करोड़ की लागत से वर्ल्ड क्लास  और एयरपोर्ट की तर्ज पर री-डेवलप किए रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को आॅन द रिकॉर्ड चालू हुए करीब दो महीने हुए हैं,लेकिन सिक्योरिटी सिस्टम अभी भी थर्ड क्लास का है। ऐसे में बेरोकटोक कोई भी कभी भी संदिग्ध व्यक्ति टिकट लेकर प्रवेश कर सकता है।  ऐसे में कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा यह बड़ा सवाल है।

दरअसल,स्टेशन में पांच प्लेटफॉर्म हैं जिसमें दोनों ओर एंट्री  है। एक एंट्री प्लेटफॉर्म एक की ओर अरेरा हिल्स की ओर से है। वहीं दूसरी एंट्री आईएसबीटी-सांची डेयरी की ओर से। इस स्टेशन में करीब 102 टेÑनों का स्टॉपेज है और यात्रियों की वर्तमान संख्या भी औसतन 13 हजार के आसपास है।

रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट करते समय दावा किया गया था कि इस स्टेशन सविर्सेस व सिक्योरिटी  एयरपोर्ट की तर्ज पर मिलेगी,लेकिन हकीकत है कि स्टेशन में सुरक्षा व्यवस्था अभी थर्ड क्लास की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रानी कमपापति स्टेशन के जीआरपी चौकी में अभी भी 40 बल ही तैनात हैं।

दरअसल स्टेशन के अंदर और खासकर एंट्री गेट पर सुरक्षा बलों की तैनाती होनी चाहिए, जो लगातार संदिग्ध यात्रियों के स्क्रीनिंग कर किसी भी अनजान खतरे को दूर कर सके। हकीकत यह है कि एंट्री गेट पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती तो दूर अंदर भी कहीं भी कोई चैकिंग नहीं होती है। यात्री बेरोकटोक आवागमन कर रहे हैं।

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