बगैर डीन के मेडिकल कॉलेज का निर्माण

छतरपुर
मेडिकल कॉलेज छतरपुर के कैंपस का निर्माण शुरू हो गया है। निर्माण कर रही कंपनी ने पॉवर प्लॉट, मिक्सर प्लांट तैयार करने के साथ 50 एकड़ कैंपस में #11 बिल्डिंग के निर्माण का काम शुरू कर दिया है, लेकिन मजे की बात यह है कि निर्माण एजेंसी पीआईयू 216 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण करा रही है लेकिन चिकित्सा शिक्षा विभाग ने मेडिकल कॉलेज में डीन के पद तो किसी को पदस्थ किया पर और न "किसी को अस्थाई प्रभार सौंपा है। इस कारण से कॉलेज की मान्यता और कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो पा रही है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने साल व मेडिकल 2018 में बुंदेलखंड के तत्कालीन कॉलेज सागर के ड को छतरपुर मेडिकल कॉलेज का अतिरिक्त प्रभार था। प्रभार मिलने के बाद तत्कालीन डीन डा. जीएस पटेल ने छतरपुर पहुंचकर जिला प्रशासन के अधिकारियों बैठक साथ जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया को पूरा कराया था। जिसके बाद

कांग्रेस सरकार ने रोक दिया था काम, शिवराज सरकार ने एक साल बाद वापस शुरू कराया

प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान छतरपुर मेडिकल का काम रोक दिया गया, इस कारण डीन की नियुक्ति का आदेश वापस ले लिया गया एक साल पहले शिवराज सरकार ने  मेडिकल कॉलेज के निर्माण को फिर से शुरू दिया है। बजट स्वीकृत होने •पीआईयू ने निर्माण भी शुरू करा दिया है, लेकिन डीन की नियुक्ति नहीं की जा रही है।

कैंपस में बिजली सब स्टेशन बनकर तैयार

मेडिकल कॉलेज कैंपस में बिजली •का सब स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। इसके साथ ही जेपी इंफ्रास्ट्रक्चर (नेमिक्सर प्लांट भी कर दिया है। परिसर में स्थापित कर कंपनी ने कर्मचारी क्वाटर' भी तैयार और ले कर लिए हैं। डिजाइन आउट तैयार है अब निर्माण काम है तेजी से किया जाएगा। ईई मयंक शुक्ला ने बताया कि मार्च 2024 से पहले 11 बिल्डिंग, सीवर प्लांट, (सप्लाई प्लांट सहित वाटर परिसर का निर्माण ग्रीन कर लिया पूरा कर जाएगा। वहीं पीआईयू के ईई मयंक शुक्ला का कहना है कि डीन की नियुक्ति नहीं होने के कारण चिकित्सा शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी उनके संपर्क में नहीं हैं।

प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं हो रही शुरू

मेडिकल कॉलेज में डीन पदस्थ नहीं होने के कारण कॉलेज के प्रशासनिक काम शुरू नहीं हो पा रहे हैं। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्यता हासिल करने के लिए कॉलेज में कर्मचारियों की नियुक्ति, सभी प्रकार की लैब और लाइबेरी की स्थापना जरूरी है। बिल्डिंग बनने के साथ नियुक्ति प्रक्रिया और लैब और लाइब्रेरी के प्रस्ताव शासन से स्वीकृत कराके बजट हासिल करने जैसे कई प्रशासनिक कार्यों का होना जरूरी . लेकिन कॉलेज डीन की नियुक्ति र यह प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पा रही है। इससे बिल्डिंग तैयार होने के बावजूद मान्यता नहीं मिलने से शैक्षणिक सत्र शुरू नहीं हो सकेगा।

डीन नियुक्ति को लेकर किसी को जानकारी नहीं

•बीएमसी के डीन डा. आरएस वर्मा ने बताया कि छतरपुर मेडिकल कॉलेज के डीन का चार्ज उनके पास नह वहीं सीएमएचओ डा. विजय पथौरिया का कहना है कि डीन की नियुक्ति के संबंध में उन्हें भी किसी प्रकार की जानकारी नहीं है

कुछ नामों पर विचार किया जा रहा है

छतरपुर मेडिकल कॉलेज में डीन की नियुक्ति की कार्रवाई शुरू हो गई है। कुछ नामों पर विचार किया जा रहा है। मैं कोई र सीमा नहीं बता सकता पर नियुक्ति आदेश जल्द जारी हो जाएगा

निशांत वरवडे, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा