भोपाल
राजधानी भोपाल में एक खास तरह का क्रिकेट टूर्नामेंट चल रहा था। धोती कुर्ता पहन जहां मैदान पर खिलाड़ी चौके-छक्के लगा रहे हैं, वहीं क्रिकेट मैच की कमेन्ट्री भी देवभाषा संस्कृत में हो रही है। इस खास तरह के तीन दिवसीय टूर्नामेंट का आयोजन महर्षि वैदिक परिवार ने किया है।
भोपाल में चल रहा यह अनोखा क्रिकेट टूर्नामेंट लोगों की जुबान पर छाया हुआ है। इस टूर्नामेंट में जहां हर मैच की शुरुआत वैदिक मंत्रों के उच्चारण से हो रही है, वहीं कर्मकांड करने वाले ब्राह्मण इन मैचों में खिलाड़ी के तौर पर हिस्सा ले रहे हैं। एक खिलाड़ी ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य संस्कृत भाषा को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन मैचों के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि वैदिक कर्मकांड में शामिल ब्राह्मण भी खेलों से दूर नहीं हैं।
माथे पर त्रिपुंड लगा मारे चौके-छक्के
मैच में खिलाड़ियों के माथे पर त्रिपुंड था तो वहीं गले में रुद्राक्ष की माला। खास बात यह थी कि भले ही इस मैच के खिलाड़ी आम क्रिकेट खिलाड़ियों से कुछ अलग लग रहे हों, लेकिन उनमें जीत को लेकर जुनून की कोई कमी नहीं थी। वहीं संस्कृत में हो रही कमेन्ट्री मैच में चार चांद लगा रही थी। आपको बता दें कि भोपाल में बीते साल भी इसी तरह के मैच का आयोजन किया गया था।