भोपाल
आगर मालवा के डोंगरगांव का श्रीराम मंदिर अब मध्यप्रदेश के प्राचीन स्मारक और पुरातत्वीय स्थल के राज्य संरक्षित स्मारकों की श्रेणी से बाहर हो गया है। राज्य सरकार ने इसे अब जिला प्रशासन के हवाले कर दिया गया है। राज्य सरकार ने 24 जुलाई 1990 को आगरमालवा के श्रीराम मंदिर को राज्य का संरक्षित स्मारक घोषित किया था। राज्य सरंक्षित स्मारकों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। यहां आसपास के क्षेत्रों में नवीन निर्माण पर रोक लगा दी जाती है।
मंदिर के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार स्वयं के स्तर पर प्रयास करती है। इसकी देखरेख और रखरखाव के लिए सरकारी खजाने से राशि खर्च की जाती है। अब सरकार को लग रहा है कि इस मंदिर को अब और अधिक समय तक संरक्षित करने की आवश्यकता नहीं रह गई है। इसलिए संस्कृति विभ्ग ने इसे मध्यप्रदेश प्राचीन स्मारक एवं पुरातत्वीय स्थल तथा अवशेष अधिनियम केतहत राज्य के संरक्षित स्मारक से बाहर करते हुए इसके मूल स्वरूप को बनाए रखने का उत्तरदायित्व अब जिला प्रशासन आगरमालवा को सौंप दिया है।