नए नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता पर संशय शुरू नहीं हुई सत्र 21-22 की प्रक्रिया

ग्वालियर। प्रदेश में नए निजी नर्सिंग कॉलेजों को सत्र 2021- 22 के लिए मान्यता दी जाएगी,या नहीं इसको लेकर फिलहाल असमंजस की स्थिति बनी हुई है। नए कॉलेजों के डेढ़ सौ से अधिक आवेदन नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल में पहुंचे हैं। इनकी मान्यता की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की गई है। जबकि सत्र काफी लेट हो रहा है। बता दें कि पिछले साल खोले गए नवीन नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता में बड़े पैमाने पर फर्जीबाड़ा हुआ था। जांच में कई ऐसे कॉलेज निकले,जिनमें पास न तो 100 बिस्तर के अस्पताल थे न हीं कॉलेज के पास भवन और अन्य जरूरी सुविधाएं थी। ऐसे कॉलेजों की मान्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त की गई। इन कॉलेजों के निरीक्षण की ओके रिपोर्ट देने वाली टीमों की सदस्योें को निलंबित कियाा गया। नर्सेस काउंसिल की तत्कालीन रजिस्टार चन्द्रकला दिवगैया को भी पद से हटाया और सस्पेंड किया। पिछले साल हुए फर्जीबाड़ा को लेकर ही चिकित्सा शिक्षा विभाग के आला अफसर अब मान्यता में सख्ती बरत रहे हैं। यही बजह है कि पहले पुराने कॉलेजों की औचक जांच कराई जा रही,ताकि नियमों का पालन नहीं कर रहे कॉलेजों की मान्यता समाप्त कर दी जाए। इसके बाद ही नए नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए।  

जांच के घेरे में 271 नर्सिंग कॉलेज
नर्सेस काउंसिल ने पिछले माह नर्सिंग कॉलेजों का औचक निरीक्षण करने कुछ टीमें भेजी भीं,मगर इसी बीच 271 नर्सिंग कॉलेजों की जांच करने का हाईकोर्ट का आदेश आ गया। इसके चलते काउंसिल ने निरीक्षण टीमें वापस बुला लीं। अब इन कॉलेजों की जांच रिपोर्ट अगले मार्च माह में हाईकोर्ट में प्रस्तुत करना है। इससे पहले इन सभी कॉलेजों की जांच करना होगी।