भोपाल
प्रदेश के साढ़े आठ हजार निवेशक चिटफंड कंपनियों के मकड़जाल में फस चुके है। चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध आई शिकायतों में कुल 62 मामले प्रदेशभर में दर्ज किए गए। इनमें 120 आरोपियों में से पुलिस अभी तक केवल 24 को ही पकड़ पाई है। अब तक इन कंपनियों से प्रशासन ने निवेशकों को 31 करोड़ से अधिक राशि वापस दिलाई है। चिटफंड कंपनियां लोगों को उनके धन को कई गुना बढ़ाने का लालच देकर उनसे निवेश करवाती है। जब कंपनी के पास काफी मात्रा में धन इकट्ठा हो जाता है और इस निवेश की अदायगी का समय आता है तो ये कंपनियां किसी न किसी बहाने से राशि वापस देने से इंकार करने लमती है।
अधिकांश कंपनियां अपना कारोबार समाप्त कर भाग जाती है। ऐसे में निवेशक इन चिटफंड कंपनियों के भ्रम जाल में फसकर अपनी जीवन भर की कमाई डुबा बैठते है। अब तक प्रदेश में 8 हजार 496 निवेशक इन चिटफंड कपंनियों के जाल में फस कर अपनी जमा पूंजी से हाथ धो बैठे थे। प्रदेशभर में ऐसी चिटफंड कंपनियों के विर्द्ध निवेशकों की शिकायत पर पुलिस ने 48 और जिला प्रशासन ने 14 मामलों में अपराध पंजीबद्ध कराए है। इन 62 मामलों में पुलिस ने सौ और जिला प्रशासन ने बीस लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें से अभी तक केवल 24 आरोपियों की गिरफ्तारी ही हो पाई है शेष आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
सतना जिले ने राशि वापस दिलाने में सबसेअच्छा काम किया है। यहां नवंबर-दिसंबन में सहारा इंडिया कंपनी से निवेशकों को 9 करोड़ 84 लाख रुपए वापस दिलाए गए है।छिंदवाड़ा जिला 8 करोड़ 92 लाख रुपए वापस दिलाकर इस मामले में दूसरे स्थान पर है। इंदौर जिले ने कुल 5 करोड़ 46 लाख रुपए वापस दिलाए है। इसमें दिसंबर में सहरा इंडिया कंपनी से 766 निवेशकों को 3 करोड़ 47 लाख रुपए वापस दिलाए गए। चौथे स्थान पर जबलपुर रहा है। यहां चिटफंड कंपनियों से 626 निवेशकों को एक कोड़ 82 लाख रुपए वापस दिलाए गए। जबलपुर में कुल 5 करोड़ 8 लाख रुपए वापस दिलाए है। देवास जिले राशि वापसी में पांचवे स्थान पर रहा है। यहां चिटफंड कंपनियों से बीस निवेशकों को 87 लाख 90 हजार रुपए वापस कराए गए। देवास में अब तक कुल एक करोड़ 8 लाख वापस कराए जा चुके है।
रीवा में सहारा इंडिया से 927 निवेशकों को 1 करोड़ 91 लाख रुपए वापस मिले है।कटनी में चिटफंउ कंपनियों से 544 निवेशकों को 1 करोड़ 70 लाख रुपए वापस दिलाए गए है। आगर मालवा में 245 निवेशकों को 40 लाख 9 हजार रुपए सहारा इंडिया से वापस दिलाए गए है।
चिटफंड कंपनियों की 10 करोड़ 39 लाख रुपए की सम्पत्ति प्रशासन ने जप्त की है। इनमें से पुलिस ने5 हजार 714 निवेशकों को 20 करोड़ 28 लाख रुपए वापस दिलाए है और जिला प्रशासन ने 2 हजार 782 निवेशकों को 10 करोड़ 77 लाख रुपए वापस दिलाए है। इस तरह कुल 31 करोड़ 5 लाख रुपए निवेशकों को वापस दिलाए गए है।
प्रदेश में वर्ष 2021 में अपरहण के मामले तेजी से बढ़े। इस दौरान पूरे वर्ष में 10 हजार 594 का अपरहण हुआ। जो वर्ष 2020 में तुलना में 28 प्रतिशत ज्यादा था। वर्ष 2020 में 8 हजार 250 लोगों का अपहरण हुआ था। जबकि वर्ष 2019 में सबसे ज्यादा अपरहण की वारदातें हुई थी। इस वर्ष 10 हजार 841 लोगों के अपहरण किया गया था। वर्ष 2018 में यह संख्या 9 हजार 829 की थी।