बुजुर्ग व बीमार यात्रियों को रास नहीं आ रहा रीवा शटल का प्लेटफार्म नम्बर-5 से छूटना

जबलपुर जबलपुर रेल मण्डल को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाली जबलपुर-रीवा-जबलपुर(शटल) ट्रेन के यात्री काफी समय से इस बात को लेकर बेहद परेशान हैं, कि इस ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर-5 के स्थान पर 6 नंबर से क्यों नहीं चलाया जा रहा है। रेलवे की इस व्यवस्था का सबसे ज्यादा खामियाजा इस ट्रेन से यात्रा करने वाले बुजुर्ग एवं बीमार यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। यात्रियों की शिकायत इस बात को लेकर ज्यादा है, कि शटल ट्रेन के जबलपुर से छूटने का समय सुबह 7:20 का है,यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए आॅटो से उतरकर प्लेटफार्म नंबर-6 पर बने पैदल पुल से चलकर 5 नंबर प्लेटफार्म पर जाना पड़ता है, जिसके चलते अधिकांश यात्रियों की ट्रेन बोगी के पास पहुंचने से पहले ही छूट जाती है। ऐसा अमूमन हर दिन होता है, इस बात के सबसे बड़े गवाह रेलवे प्लेटफार्म पर यात्रियों को खान पान की चीजें परोसने वाले स्टाल वेंडर हैं जो कि शटल ट्रेन छूटने का मंजर अपनी आंखों से रोजाना ही देखते हैं। बताया जाता है, कि कई बार तो ट्रेन पकड़ने के चक्कर में दौड़ लगाते वक्त कई यात्री प्लेटफार्म पर गिरकर घायल भी हो जाते हैं।

प्लेटफार्म 6 पर खड़ा रहता है गोंडवाना का खाली रैक
प्लेटफार्म नंबर-6 से रीवा शटल का परिचालन शुरू होने का सबसे बड़ा फायदा बुजुर्ग अथवा बीमार यात्रियों को मिल सकता है, लेकिन रेलवे की परिचालन व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिए जाने से वर्षों पुरानी समस्या का हल नहीं निकल पा रहा है। स्टेशन सूत्रों की मानें तो जिस वक्त रीवा शटल ट्रेन के छूटने का समय होता है, उस वक्त प्लेटफार्म नंबर-6 पर गोंडवाना एक्सप्रेस का खाली रैक खड़ा रहता है। गोंडवाना के खाली रैक को प्लेटफार्म नंबर-5 पर खड़ा करके रीवा शटल ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर-6 से चलाया जा सकता है पर रेल अधिकारी यात्रियों की सुविधाओं पर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

Exit mobile version