चिकित्सक दंपती के घर ईओडब्ल्यू की रेड, आय से अधिक संपत्ति होने की आशंका

जबलपुर
 EOW जबलपुर (EOW Jabalpur) द्वारा मेडिकल यूनिवर्सिटी (Medical university) डिप्टी रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्त डॉक्टर तप्ति गुप्ता (Dr. tripti Gupta) और उनके पति के निवास पर छापामार कार्रवाई की गई है। तृप्ति गुप्ता मेडिकल यूनिवर्सिटी की परीक्षा नियंत्रक रह चुकी है जहां अगस्त 2021 महीने में बड़ा मार्कशीट घोटाला (Marksheet Scam) सामने आया था।

बुधवार की अल सुबह 4 बजे ईओडब्ल्यू की जबलपुर इकाई के एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत के निर्देश पर मेडिकल यूनिवर्सिटी डिप्टी रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्त प्रभारी नियंत्रक रही तृप्ति गुप्ता और उनके पति बायोकेमिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष अशोक साहू के निवास पर छापा मारा गया। दरअसल एसपी ईओडब्ल्यू देवेंद्र सिंह राजपूत (EOW SP Devendra singh Rajput)  को दंपत्ति के खिलाफ काफी शिकायतें मिली थी। जिसमें दोनों के द्वारा कुल अर्जित संपत्ति के बाद भी 72% अधिक व संपत्ति अर्जित करना पाया गया था।

जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत को चिकित्सक दंपती के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत प्राप्त हुई थी। डाक्टर अशोक साहू और तृप्ति मेडिकल कालेज अस्पताल में नान क्लिनिकल पद पर सेवाएं दे रहे हैं। एसपी के निर्देश पर ईओडब्ल्यू निरीक्षक स्वर्ण जीत सिंह धामी ने शिकायत की जांच की। जांच में दंपत्ती के वैध स्रोतों से ज्यादा संपत्ती पाई गई। ईओडब्ल्यू एसपी राजपूत ने बताया कि प्रथमदृष्टया आरोपित दंपत्ती द्वारा उनकी आय के वैध स्त्रोतों से 72 प्रतिशत अधिक व्यय एवं संपत्ति अर्जित करना प्रमाणित पाया गया है। प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रेरणा पांडेय निरीक्षक द्वारा की जा रही है। कार्रवाई डीएसपी ईओडब्ल्यू मनजीत सिंह के नेतृत्व में की गई। ईओडब्ल्यू एसपी राजपूत ने बताया कि सर्च कार्रवाई एवं विवेचना के दौरान प्राप्त दस्तावेजों एवं साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों की संपत्ती का आंकलन किया जा रहा है।

अगस्त 2021 में मेडिकल यूनिवर्सिटी में बड़ा घोटाला सामने आया था। जिसमें ऐसी छात्र भी पास कर दिए गए थे जिन्होंने कभी परीक्षा दी ही नहीं थी। हाई कोर्ट (MP High court) में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक यह भी पाया गया था कि उत्तर पुस्तिका जांचने, दोबारा मूल्यांकन से लेकर मार्कशीट जारी करने तक में गंभीर गड़बड़ियां की गई थी। नंबरों में हेरफेर कर मार्कशीट जारी की गई थी और बिना परीक्षा में बैठे छात्र पास कर दिए गए थे।

उस समय डा. तृप्ति गुप्ता परीक्षा नियंत्रक थी। मामला सामने आने के बाद कुलपति डॉ टी एन दुबे ने पद से इस्तीफा दे दिया था और डा. तृप्ति गुप्ता को भी पद से हटा दिया गया था। अब जब EOW की कार्यवाही चल रही है। इस मामले से जुड़े कई लोगों के तार ईओडब्ल्यू के हाथ लगे हैं और भविष्य में इन सब पर भी कार्रवाई हो सकती है।

अब तक प्राप्त संपत्तियों की जानकारी-