बोर्ड पैटर्न पर परीक्षा सिर्फ सरकारी स्कूलों में होंगी

भोपाल
प्रदेश में इस वर्ष पांचवीं और आठवीं के निजी और शासकीय विद्यालयों के लिए अलग-अलग तरह से परीक्षाएं आयोजित होंगी। पांचवीं-आठवीं की बोर्ड पैटर्न पर परीक्षा सिर्फ सरकारी स्कूलों में होंगी। निजी स्कूल नई व्यवस्था से मुक्त रहेंगे। शासन से मंजूरी मिलने के बाद राज्य शिक्षा केंद्र  पांचवीं-आठवीं की परीक्षा की तिथि घोषित करेगा। पांचवीं-आठवीं की परीक्षा में सरकारी स्कूलों के 17 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।

राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा इंदर सिंह परमार ने सत्र 2021-22 की पांचवीं एवं आठवीं की परीक्षाएं बोर्ड के आधार पर कराने की तैयारियां करा रहे हैं। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं अप्रैल में लेने का निर्णय लिया है। खास बात यह है कि पांचवीं एवं आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं केवल सरकारी स्कूलों में ही होंगी। प्रायवेट स्कूलों को इस व्यवस्था से मुक्त रखा गया है। ऐसे में प्रायवेट स्कूल इस साल भी मनमर्जी से छात्र छात्राओं का रिजल्ट तैयार कर सकेंगे। वहीं सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को कठिन परीक्षा से गुजरना होगा।

तीन साल से चल रही है तैयारी
एक्ट में संसोधन के बाद 2019 में पांचवीं व आठवीं में बोर्ड की तर्ज पर वार्षिक परीक्षा ली गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते दो पेपर नहीं हो पाए और विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया गया था। 2020 में पहली से आठवीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के घर-घर वर्कशीट भेजकर वार्षिक मूल्यांकन किया गया था, लेकिन संशोधन के तीन साल बाद भी विभाग निजी स्कूलों के लिए कोई प्लान तैयार नहीं कर सका।