भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत रत्न लता मंगेशकर इंदौर में जन्मी थी और मध्यप्रदेश से उनका गहरा नाता था। इसलिए इंदौर में स्व. लता मंगेशकर के नाम पर संगीत अकादमी स्थापित की जाएगी जहां बच्चे सुरों की साधना करेंगे। एक संग्रहालय भी बनाया जाएगा जिसमें लता दीदी ने जब भी, जो भी गाया है, वह उपलब्ध रहेगा। इंदौर में ही उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी और उनके जन्मदिन पर हर वर्ष लता मंगेशकर पुरस्कार दिया जाएगा।
सीएम चौहान ने ये ऐलान राजधानी के स्मार्ट पार्क में स्व. लता मंगेशकर की स्मृति में पौधरोपण के बाद कहीं। उन्होंने स्मार्ट उद्यान स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी याद में संगीत प्रेमियों के साथ वट वृक्ष लगाया। सीएम चौहान ने कहा कि लता दीदी के जाने से मेरे मन में ऐसी रिक्तता आई है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती। लता दीदी केवल संगीत जगत की ही रोशनी नहीं थीं, वह देशभक्ति का एक ऐसा हस्ताक्षर थीं जिससे पूरा देश यहां तक कि बड़े-बड़े राजनेता भी प्रेरणा लेते थे। उनके जन्मदिन पर अब हर साल लता मंगेशकर पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दीदी हम तुम्हें न भुला पाएंगे, उनके चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि है। सीएम शिवराज ने कहा कि अपने गीत-संगीत के माध्यम से लता दीदी हमारे बीच बनी रहेंगी। आज उनकी स्मृति में संगीत के ख्यातिनाम साथियों के साथ वट वृक्ष लगाया है। उनके गीत लोगों में नव उत्साह, नव ऊर्जा का संचार करते हैं।
स्वर कोकिला के निधन के चलते नहीं मनेगा अन्न उत्सव, सादगी से अन्न वितरण
प्रदेश में 7फरवरी को अन्न उत्सव मनाने और समारोह के रूप में अतिथियों को बुलाकर अनाज वितरण करने के कार्यक्रम में राज्य शासन ने रोक लगा दी है। यह निर्णय सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन के चलते देश भर में दो दिन का राजकीय शोक घोषित किए जाने के कारण लिया गया है। इसके चलते अब सादगी पूर्ण तरीके से राशन दुकानों से अनाज वितरित किया जाएगा। सोमवार सात फरवरी को अन्न उत्सव का कार्यक्रम तय था लेकिन छह फरवरी को भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन के बाद शासन ने आदेश जारी कर इस दौरान किसी तरह का समारोह नहीं करने को कहा है। कलेक्टरों से कहा गया है कि कोई कार्यक्रम किए बगैर रूटीन प्रक्रिया के अंतर्गत राशन दुकानों से अनाज वितरण कराया जाए।
संसद: सांसदों ने दी सुर सम्राज्ञी को श्रद्धांजलि दोनों सदन रहे एक घंटे स्थगित
स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर संसद के दोनों सदनों में शोक व्यक्त गया और दिवंगत आत्मा के सम्मान में कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित की गई है। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले राज्यसभा के चेयरमैन वेंकैया नायडू ने लता मंगेशकर के लिए शोक संदेश पढ़ा। इसके बाद संसद की कार्यवाही को एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में भी स्वर कोकिला को श्रद्धांजलि दी गई। दूसरी ओर लोकसभा में आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देना है। इसके पश्चात आम बजट पर चर्चा शुरू हो सकती है।
ब्लॉग में शेयर किए स्मृतियों के अनुभव
सीएम चौहान ने लता मंगेशकर से जुड़ी स्मृतियों को लेकर ब्लाग में लिखा है कि वर्ष 2017 में जब नर्मदा सेवा यात्रा और पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों तक संदेश पहुंचाने का काम किया था उस समय नर्मदा सेवा यात्रा को लेकर लता दीदी से करीब बीस मिनट बात हुई थी। बातचीत के दौरान मध्यप्रदेश और नर्मदा नदी को लेकर लता दीदी भावुक हो गई थीं। उन्होंने कहा था कि नर्मदा यात्रा में शामिल होने की बहुत इच्छा रखती हूं किन्तु स्वास्थ्य इस बात की अनुमति नहीं दे रहा है। शिवराज ने लिखा है कि उनकी वाणी और शब्दों में जो अपनापन और स्नेहभाव था, वह कभी भूल नहीं सकता। उनका कर्मक्षेत्र मध्यप्रदेश भले ही नहीं रहा लेकिन उनका दिल हमेशा मध्यप्रदेश के लिए धड़कता था।