
भोपाल
सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध कारोबार का संचालन करने वाले भूमाफिया पर सरकार ने शिकंजा कस दिया है। पिछले दो महीनों में प्रदेश में भूमाफिया के विरुद्ध 779 प्रकरण दर्ज किए गए है और उनके 1453 अवैध अतिक्रमण तोड़कर 558 करोड़ 20लाख रुपए की 557 एकड़ बेशकीमती जमीन मुक्त कराई गई है।
अब इस जमीन पर जनहित के काम शुरु किए जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश भर में भूमाफिया के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है। सभी जिलों में कलेक्टरों ने इन पर कार्यवाही तेज कर दी है। प्रदेश में पिछले दो महीनों के दौरान राजस्व विभाग ने 419 प्रकरण, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 297 प्रकरण और पुलिस ने 58 तथा वन विभाग ने पांच प्रकरण भूमाफिया के विरुद्ध दर्ज किए है। इन सभी मामलों में कुल 45 आरोपी गिरफ्तार किए गए है। इसके अलावा नीमच में दो और उज्जैन में एक मामले में एनएसए की कार्यवाही की गई है। नीमच मे तेरह भूमाफियाओं को जिला बदर किया गया है।
यहां सबसे खराब परफारमेंस
अलीराजपुर, अनुपपुर, खंडवा , नरसिंहपुर , सतना और सीधी में भूमाफिया के खिलाफ कार्यवाही कर उनके अतिक्रमण हटाने के मामले में प्रदेश में सबसे पीछे रहे है। इसको लेकर मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने नाराजगी जताई है।
मुक्त जमीन पर होंगे जनहित के काम
जो सरकारी जमीन भूमाफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई है उस पर आंगनबाड़ी, स्कूल, अस्पताल बनाए जाएंगे। इसके अलावा जनहित के कामों के लिए यह जमीन आवटित की जाएगी।
इन कलेक्टर-एसपी ने की अच्छी कार्यवाही
ग्वालियर के मुरार थानांतर्गत भूमाफिया रामबरन यादव, महेन्द्र सिंह और राकेश शर्मा के कब्जे से सौ करोड़ रुपए की 45 बीधा शासकीय जमीन मुक्त कराई गई है। इंदौर में भू माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए दस प्रकरणों में 135 करोड़ की 6.941 हेक्टेयर शासकीय भूमि मुक्त कराई गई है।
भूमाफिया पर कार्रवाई में अव्वल ये पांच जिले
भूमाफियाओं के विरुद्ध सर्वाधिक 198 प्रकरण भोपाल में दर्ज किए गए है। इंदौर में 74, गुना में 68, सिवनी में 48, सीहोर में 36 प्रकरण दर्ज किए गए है।
इन जिलों सर्वाधिक जमीन मुक्त हुई
प्रदेश के गुना जिले में 123 एकड़, सीहोर में 85, ग्वालियर में 58, आगर मालवा में 47, शाजापुर में 34 एकड़ जमीन मुक्त कराई गई है।