ग्वालियर
कोरोना के केस घटने से शहरवासियाें ने राहत की सांस ली है। सोमवार को इनमें 28 मरीज जिले में नए मिले हैं। कोरोना के केस जिस तेजी से घटे हैं, उसी तेजी से लोगों में कोरोना के प्रति खौफ भी खत्म होता जा रहा है। बाजार व विवाह समारोह में जमा होने वाली भीड़ के बीच में न तो चहरे पर मास्क नजर आ रहा है और न हीं शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है। यह लापरवाही खतरनाक हो सकती है। कोरोना के केस भले ही कम निकल रहे हों, लेकिन इस लापरवाही के कारण कोरोना की वापसी हाे सकती है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना के केस घट रहे हैं, पर वायरस समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए सावधानी ही कोरोना से बचाव का बेहतर रास्ता है।
कोरोना के 42 दिनः कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत 27 दिसंबर से हुई थी। इसी दिन कोरोना का पहला मरीज मिला था। इसके बाद 1 जनवरी से कोराेना केस बढ़ने लगे। 5 जनवरी को 87 मरीज मिले और 6 जनवरी को कोरोना ने शतक लगा दिया और 142 मरीज पाए गए। इसके बाद संक्रमण तेजी से बढ़ा और 15 जनवरी को 756 संक्रमित पाए गए तथा संक्रमण दर 18 फीसद पर जा पहुंची। कोरोना का चरम आ चुका था, इसके बाद केस घटने लगे और संक्रमण दर भी कम हाेती गई। यह माना जा रहा था कि फरवरी आखिर तक केस मिलते रहेंगे, पर संक्रमण दर एक फीसद से नीचे आ चुकी तो फरवरी आखिर तक एक्टिव केस का आंकड़ा शून्य हो सकता है।