जबलपुर
भारतीय सेना को सामरिक रूप से शक्तिशाली बनाने में बड़ा योगदान देने वाली जबलपुर की आयुध निर्माणियों के खाते में एक और उपलब्धि शामिल हो रही है। आगामी 10 से 14 मार्च की बीच गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आयोजित होने वाली 12 वीं रक्षा प्रदर्शनी (डिफेंस एक्सपो 2022) में जबलपुर स्थित गन कैरिज फैक्टरी (जीसीएफ) में बनी सबसे बड़ी तोप 155 एमएम धनुष को भेजा जा रहा है। वहीं वाहन निर्माणी जबलपुर (वीएफजे) में बनी 6 बाए 6 माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल (एमपीवी) व मोडिफाईड एमपीवी को भेजा गया है। भारतीय सेना की डिमांड पर तैयार की गई 155 एमएम कैलीबर वाली होवित्जर धनुष तोप 38 किलोमीटर की दूरी तक के लक्ष्य को सटीकता से भेद सकती है। धनुष तोप भारतीय राजनीति में तूफान लाने वाली बोफोर्स तोप का स्वदेशी अपग्रेड वर्जन है, जिसे जबलपुर की जीसीएफ में तैयार किया गया है।
6 बाई 6 एमपीवी पर काफी लंबे समय से वीएफजे काम कर रहा था। निर्माणी ने पहला तैयार किया हुआ 6 बाई 6 एमपीवी को डिफेंस एक्सपो के लिए भेजा है। यह वाहन पूर्व में बनाए जा रहे एमपीवी से करीब 1 मीटर ज्यादा लंबा होगा। जिसके चलते इसमें अब 12 से ज्यादा सैन्य जवान सवार हो सकेंगे। वहीं कई और बदलाव भी सेना की डिमांड पर किए गए हैं।
100 से ज्यादा विदेशी कंपनियों होंगी शामिल
डिफेंस एक्सपो थल सेना,नौसेना और होम लैंड सुरक्षा प्रणालियों पर एशिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है। करीब 930 प्रदर्शक पंजीकरण करवा चुके हैं। डिफेंस एक्सपो-2022 एक लाख वर्गमीटर क्षेत्र में आयोजित होगा और यह 1996 में शुरूआत के बाद से यह अब तक सबसे बड़ी प्रदर्शनी होगी। इस कार्यक्रम में 100 से ज्यादा विदेशी कंपनियां अपने हथियारों को प्रदर्शन करती नजर आएंगी।