भोपाल
पर्यावरण, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रकाश पर्व पर 10वें सिक्ख गुरु गोविंद सिंह जी के छोटे पुत्रों साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह के शहादत दिवस 26 दिसम्बर को "वीर बाल दिवस'' के रूप में मनाने के निर्णय का स्वागत किया है। डंग ने कहा कि दोनों बाल शहीदों ने मात्र 9 और 6 साल की उम्र में सिक्ख पंथ की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिये अपने प्राणों की सहर्ष आहुति दे दी थी।
डंग ने कहा कि देश के लिये सर्वस्व न्यौछावर करने वाले गुमनामी में डूबे भारत माँ के अनगिनत सपूतों के महान बलिदान को राष्ट्र के सामने लाने के लिये हम तहेदिल से प्रधानमंत्री के शुक्रगुजार हैं। मुगल सेना ने 20 दिसम्बर, 1704 को कड़कड़ाती ठंड में आनंदपुर साहिब किले पर धावा बोल दिया था। गुरु गोविंद सिंह की माता गुजरी और साहिबजादों को सरहंद के नवाब वजीर खान ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों बच्चों द्वारा धर्म बदलने से लगातार इंकार करने पर नवाब ने उन्हें 26 दिसम्बर 1704 को दीवार में जिंदा चुनवा दिया। माता गुजरी ने भी उसी दिन प्राण त्याग दिये।