कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर मंत्री सारंग ने किया हमीदिया का निरीक्षण

भोपाल

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर हमीदिया अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ की जा रही तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया और संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

मंत्री सारंग ने हमीदिया अस्पताल के नये भवन में स्थापित हो रहे पंजीयन एवं प्रतीक्षालय-कक्ष सहित आकस्मिक स्त्री एवं शिशु रोग चिकित्सा विभाग को देखा। उन्होंने बच्चों के लिये बनाये गये वार्ड में बच्चों को अच्छा वातावरण देने के उद्देश्य से कार्टून केरेक्टर्स को प्रदर्शित करने के निर्देश दिये। मंत्री सारंग ने कहा कि बच्चों के साथ उनकी देख-रेख के लिये माँ को रुकने की व्यवस्था आदि सुनिश्चित की जाए। साथ ही उन्होंने फायर सेफ्टी के साथ आवश्यक मॉकड्रिल करने के भी निर्देश दिये। कोविड के लिये अस्पताल में कुल 912 ऑक्सीजनयुक्त बेड स्थापित किये जा रहे हैं। इनमें से 120 बेड्स टी.बी. अस्पताल में होंगे। मंत्री सारंग ने शुरूआत में अस्पताल परिसर में पौध-रोपण भी किया। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा आयुक्त निशांत वरवड़े भी मौजूद थे।

कोविड की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश

मंत्री सारंग ने मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेज के डीन और अधीक्षकों से भी चर्चा की। मंत्री सारंग ने निर्देश दिये कि कोविड की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर मेडिकल कॉलेज उपकरण, आवश्यक दवाएँ आदि की व्यवस्थाएँ अभी से सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की परेशानी आये, तो वरिष्ठों को अवगत करायें। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और ऑक्सीजन प्लांट आदि की टेस्टिंग रिपोर्ट भेजें।

मंत्री सारंग ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में कांटेक्ट पर्सन और उसका मोबाइल नम्बर सार्वजनिक करें। मरीजों से परिजन के मिलने की जगह भी सुनिश्चित करें। उनसे वीडियो कॉलिंग आदि की व्यवस्थाएँ भी की जाए। मेडिकल कॉलेज में की जा रही व्यवस्थाओं से स्थानीय जन-प्रतिनिधियों को भी अवगत करायें। टीम वर्क के साथ काम करने के लिये मेडिकल स्टॉफ को मोटीवेट करें। साथ ही उन्होंने कोविड के मद्देनजर प्लानिंग रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिये।

बताया गया कि मेडिकल कॉलेज में कुल 12 हजार 577 कोविड और नॉन कोविड बेड उपलब्ध हैं। इसमें भोपाल मेडिकल कॉलेज में 1580, छिन्दवाड़ा में 600, दतिया में 200, ग्वालियर में 1677, इंदौर में 2500, जबलपुर में 1369, खण्डवा में 446, रतलाम में 750, रीवा में 1341, सागर में 750, शहडोल में 604, शिवपुरी में 300 और विदिशा मेडिकल कॉलेज में 460 बेड शामिल हैं।

इस मौके पर अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त निशांत वरवड़े, संचालक डॉ. उल्का श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।