भोपाल
प्रदेश में बजट अपर्याप्त होने से विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप मिलने में व्यवधान होगा। पहले सरकारी फिर निजी छात्रों को बांटी जाएगी। प्रदेश के यूजी और पीजी में प्रवेश लेने वाले ओबीसी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप में परेशानी आने वाली है। क्योंकि शासन के पास प्रवेशरत विद्यार्थियों के हिसाब का पर्याप्त बजट मौजूद नहीं हैं।
कोरोना का साया पड़ा
इसलिए शासन ने सरकारी कॉलेजों को पहले स्कॉलरशिप देने का निर्णय लिया है। बजट की पूर्ति होने के बाद प्राइवेट कॉलेजों को विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप आवंटित की जाएगी। कोरोना संक्रमण का साया विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप में दिखाई देने लगा है।
सरकार पास ओबीसी विद्यार्थियों की स्कालरशिप आवंटित करने की राशि मौजूद नहीं हैं। इसलिये शासन ने यूजी और पीजी के पारंपरिक, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, मेडिकल, नर्सिंग सहित अन्य कोर्स की स्कालरशिप में बंदिशें लगा दी हैं। पिछडा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश में सरकारी कॉलेज और संस्थानों के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप आवंटित की जाएगी। विभाग के आदेश के मुताबिक सभी सरकारी संस्थान और कॉलेजों में सत्र 2020-21 के प्रवेशरत विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति एक सप्ताह में आवंटित की जाएगी।
आदेश की अवहेलना पर लिया जाएगा एक्शन
विभाग ने आदेश में कहा है कि निजी कॉलेजों की राशि का आवंटन जिले बार सूची पर मांग बार किया जाएगा। इसके लिये जिलों से विद्यार्थियों की सूची कॉलेजवार और कोर्सवार तलब की गई है। ये सूची उन्हें विभाग के ईमेल आईडी पर भेजना है। जिलों में बिना विभाग की अनुमति के निजी कॉलेजों के विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप आवंटित नहीं की जाएगी। अनुमति के अभाव में राशि आवंटित करने पर जिला अधिकारियों पर आदेश की अवहेलना करने पर विभागीय कार्रवाई भुगतना होगी।