तीन मार्च को 780 पूर्व विधायकों की पीड़ा जानेंगे विधानसभा अध्यक्ष

भोपाल
प्रदेश के पूर्व विधायकों की पेंशन वर्ष 2006 से नहीं बढ़ी है। बढ़ती महंगाई के दौर में अपना वजूद कायम रखने, क्षेत्र में भ्रमण और जन अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र और भोपाल सहित अन्य स्थानों पर भ्रमण करने के लिए मात्र पैतीस हजार रुपए की पेंशन और चिकित्सा भत्ता नाकाफी साबित हो रहा है। दिल्ली-मुंबई के विश्रामगृहों और विधायक विश्राम गृहों में रुकने के लिए सुविधाओं में इजाफे से लेकर प्रदेश की सड़कों पर एक वाहन को टोल फ्री करने, चिकित्सा भत्ता बढ़ाने जैसी कई सुविधाओं की उन्हें दरकार है। तीन मार्च को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने प्रदेश के सभी 780 पूर्व विधायकों की समस्याओं को सुनने और उनके निराकरण के लिए उनका सम्मेलन आयोजित किया है। इसमें पूर्व विधायकों को कई सौगातें मिल सकती है।

मध्यप्रदेश में पूर्व विधायकों के दो संगठन कार्यरत है। कांग्रेस से जुड़ा संगठन पूर्व विधायक परिषद और भाजपा से जुड़ा संगठन पूर्व विधायक मंडल के नाम से गठित है। पूर्व विधायक जसवंत सिंह और बृजेन्द्र सिंह इन संगठनों का नेतृत्व करते है। पूर्व विधायक लंबे समय से कई मांगे करते आ रहे है। लेकिन इन पर गंभीरता से विचार नहीं हो पाया। उन्होंने एक साथ सभी को तीन मार्च को विधानसभा में आमंत्रित किया है।

पूर्व विधायक सदस्य सुविधा समिति के चेयरपर्सन राजेन्द्र मिश्रा का कहना है कि मौजूदा अध्यक्ष गिरीश गौतम का रुख पूर्व विधायकों के प्रति सकारात्मक है। पूर्व विधायकों की पेंशन 2006 से नहीं बढ़ी है। पूर्व  विधायकों को अपने क्षेत्र में लगातार सक्रीय रहना होता है। उम्र के साथ ही चिकित्सीय आवश्यकताएं भी बढ़ रही है। हम चाहते है कि पूर्व विधायकों का चिकित्सा भत्ता बढ़ाया जाए। प्रदेश की सड़कों पर पूर्व विधायक के एक वाहन को टोल फ्री किया जाना चाहिए।  इसी तरह दिल्ली और मुंबई दौरे के समय अभी साल में केवल पंद्रह दिन रुकने की सुविधा है इसे बढ़ाकर 25 किया जाना चाहिए। इसी तरह राजधानी भोपाल में विधायकों के लिए जो विधायक विश्राम गृह के कक्ष तय है उन्हें अन्य किसी को आवंटित नहीं किया जाए ताकि पूर्व विधायकों को भोपाल में आने पर ठहरने की पर्याप्त सुविधा मिल सके। पूर्व महिला विधायकों के लिए पांच कक्ष आरक्षित रहे।

वर्जन-
 पूर्व विधायकों की कुछ समस्याएं है। लंबे समय से वे आग्रह कर रहे है। सभी की बात एक साथ सुनी जा सके और उसमें जो वाजिब मांगे हो उन्हें सरकार से कहकर पूरा कराया जा सके इसके लिए तीन मार्च को सभी पूर्व विधायकों का सम्मेलन बुलाया है। हम भी चाहते है कि पूर्व विधायकों की सुविधाओं में कुछ इजाफा किया जाए।
-गिरीश गौतम, अध्यक्ष विधानसभा