इंदौर
इंदौर शहर के ट्रेंचिंग ग्राउंड में निर्मित किए गए एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण 19 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
इंदौर ने देश में स्वच्छता के क्षेत्र में निरंतर स्वच्छतम शहर के रूप में पुरस्कार प्राप्त कर अपना परचम लहराया है। यह शहर अब एक नई उपलब्धि हासिल करने जा रहा है। एक समय में गीला कचरा जो सभी के लिए एक परेशानी था आज इंदौर के लिए एक उपलब्धि बन गया है, जिस कारण आज बायो सीएनजी प्लांट के रूप में यह सौगात प्रदेश को मिली है।
प्रदेश के सबसे बड़े नगर और व्यावसायिक राजधानी माने जाने वाले इंदौर की इस कामयाबी को पूरा देश देखेगा। बायो सीएनजी प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम में देश के करीब 20 राज्यों से स्वच्छ भारत मिशन के मिशन डायरेक्टर भी शामिल होंगे। इसके अलावा केंद्र सरकार एवं राज्यों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।
शत प्रतिशत गीले वेस्ट से संचालित होगा बायो सीएनजी प्लांट
यह बायो सीएनजी प्लांट 100% गीले वेस्ट से संचालित होगा। यह उपलब्धि राज्य सरकार के मार्गदर्शन और दृढ़ संकल्प, स्थानीय प्रशासन की सक्रियता और इंदौर के नागरिकों के कुछ अच्छा कर गुजरने के जुनून के कारण मिली है। जिस कंपनी द्वारा यह बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया जा रहा है, उसके सर्वे में पाया गया था कि इंदौर से प्राप्त कचड़े के सैंपल में 99 प्रतिशत से अधिक सेग्रीगेशन प्योरिटी पाई गई है, जो देश के अन्य किसी राज्य से लिए गए सैंपल में नहीं पाई गई। बायो सीएनजी प्लांट से उत्पन्न 18 हजार केजी गैस से प्रतिदिन लगभग 400 बसें संचालित हो सकेंगी जिससे ना केवल पर्यावरण संरक्षण में सहयोग मिलेगा बल्कि वायु की गुणवत्ता में भी अपेक्षाकृत सुधार होगा।