भोपाल
प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में किसानों को सस्ते भोजन के बाद अब राज्य सरकार किसानों की तीमारदारी की व्यवस्था भी करने जा रही है। इसके लिए मंडियों में कृषक चिकित्सालय और किसान मेडिकल स्टोर्स शुरू किए जाएंगे। इसकी शुरुआत हरदा जिले से की जाएगी।
प्रदेश में कुल 259 कृषि उपज मंडियां है। इनमें 39 मंडिया ए श्रेणी की है जिनमें तीन करोड़ रुपए से अधिक के अनाज की खरीदी-बिक्री होती है। इसके बाद बी श्रेणी में 42 मंडिया है जिन में दो से तीन करोड़ रुपए का कारोबार होता है। इसके बाद सी श्रेणी में 56 कृषि उपज मंडिया है जिनमें एक से दो करोड़ रुपए तक का कारोबार होता है। डी श्रेणी में 122 कृषि उपज मंडिया है जहां एक करोड़ रुपए तक का कारोबार होता है। हर साल प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। लाखों की संख्या में किसानों का आवागमन होता है। हरदा, होशंगाबाद, भोपाल, इंदौर सहित कई मंडियों में हर साल करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। यहां आने वाले किसानों को सरकार अब मंडियों में ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारी में है।
शेष स्थानों पर निर्णय राज्य शासन की सहमति से
हरदा के बाद अन्य कृषि उपज मंडियों में कृषक चिकित्सालय शुरू करने के लिए नियम और प्रक्रियाएं बनाई जाएंगी और राज्य शासन तथा कैबिनेट की सहमति से ही यहां कृषक चिकित्सालय शुरू किए जाएंगे।
गैर कृषि कार्य के लिए मंडी बोर्ड केवल स्थान देगा
प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में गैर कृषि कार्य करने के लिए मंडी बोर्ड मंडियों में उपलब्ध संसाधनों में कृषक चिकित्सालय शुरू करने के लिए भवन या जगह उपलब्ध कराएगा। जो भी स्वयंसेवी संस्था या निजी संस्था जो किसानों के कल्याण के लिए अपनी सेवाएं देना चाहती होगी उसे यहां कृषक चिकित्सालय खोलने की अनुमति दी जाएगी लेकिन बाकी संसाधन निजी संस्था को खुद जुटाना होगा। इसमें चिकित्सक की व्यवस्था और दवाओं का प्रंबंध निजी संस्थान को ही करना होगा।
हरदा से पायलट प्रोजेक्ट
प्रदेश में हरदा जिले से पायलट प्रोजेक्ट के रुप में कृषक चिकित्सालय शुरु किया जाएगा। यहां दवाओं के लिए मेडिकल स्टोर भी खोल जाएगा। इस कृषक चिकित्सालय में आने वाले किसानों को आकस्मिक इलाज के लिए चिकित्सक और आवश्यक जरूरी प्राथमिक उपचार तथा दवाएं भी उपलब्ध रहेंगी। मंडी बोर्ड प्रदेश में ए श्रेणी की 39 कृषि उपज मंडियों को हाईटेक बनाने जा रहा है। इनमें सबसे पहले हरदा जिले में हाईटेक मंडी शुरू होने जा रही है। इस मंडी में कृषि चिकित्सालय भी शुरू किया जाएगा। यहां आने वाले किसान इलाज की सुविधाएं भी पा सकें गे। हरदा के बाद अन्य जिलों की हाईटेक मंडियों में भी कृषक चिकित्सालय खोले जाएंगे।