भोपाल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि कोरोना काल में कोविड की नकारात्मकता में भी समाज का सकारात्मक पक्ष देखने को मिला है। उस दौरान समाज का हर वर्ग सामने आकर स्व-प्रेरणा से लोगों की सहायता करने में जुटा रहा। ऐसे कोरोना वॉरियर्स का सम्मान कर मैं स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। मंत्री सारंग 'ड्रीम भोपाल-ग्रीन भोपाल'' सोशल एण्ड एनवायरमेंट वेलफेयर फाउण्डेशन के 'योद्धाज ऑफ भोपाल' सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विभिन्न श्रेणियों में कोविड के दौरान कार्य करने वाले योद्धाओं का सम्मान किया गया।
मंत्री सारंग ने कहा कि कोविड का वह दौर हमने एक-दूसरे के सहयोग से जीता है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। भगवान न करे आने वाले समय में हमें फिर एक-दूसरे के साथ खड़े होकर कोरोना के नये वैरिएंट से लड़ना पड़े। नये वैरिएंट से लड़ने और लोगों को अभी से इसके प्रति जागरूक करने के लिये कोरोना योद्धाओं का सहयोग अपेक्षित है। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता जैसे व्यवहार/आचरण रोजमर्रा के जीवन में अपनाने से ही हम कोरोना की थर्ड वेब को रोक सकते हैं। सारंग ने कहा कि यह अच्छी बात है कि देश में 100 करोड़ के पार वैक्सीनेशन हुआ है। मध्यप्रदेश में भी 95 प्रतिशत को प्रथम और 83 प्रतिशत को वैक्सीन के दोनों डोज लगाये जा चुके हैं। सारंग ने कहा कि सम्मान समारोह में सभी ऐसे योद्धाओं का सम्मान नहीं हो पाता, जो उसके हकदार हैं, लेकिन ऐसे प्रतीकात्मक कार्यक्रम दूसरों के लिये प्रेरणा-स्रोत बनते हैं।
प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति फैज अहमद किदवई ने कहा कि हमने कोविड का दौर टीम वर्क के साथ कार्य करके ही जीता है। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने स्व-प्रेरणा से काम करने वाले कोरोना वॉरियर्स का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रशासन और समाज ने उस दौर में मिलकर काम किया। इससे ही हमें ताकत मिली है और हम स्थिति को नियंत्रित रख सके। पुलिस महानिरीक्षक इरशाद वली ने कहा कि कोविड के दौर में समाज के सहयोग से किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटी। सभी का सहयोग लगातार मिलता रहा है।
प्रमुख सचिव एवं प्रशासकीय सदस्य राजस्व मण्डल मनु श्रीवास्तव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास मिश्रा भी मौजूद थे। कोरोना वॉरियर्स का सम्मान सोशल डिस्टेंसिंग नियमों को ध्यान में रखते हुए किया गया। अतिथियों का स्वागत संस्था के संस्थापक स्पर्श द्विवेदी और आशीष मिश्र ने क़िया। कार्यक्रम के समापन में कोरोना में खोए हुए साथियों के प्रति दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। सुमीता वाधवा ने आभार माना।