इंदौर
प्रदेश में बिजली की बढ़ती शिकायतों में कमी लाने के लिए ठंड कम होने कोरोना नियंत्रण के बाद अब ऊर्जा मंत्री जन चौपाल लगाएंगे। उन्होंने बिजली अफसरों से कहा है कि ट्रिपिंग में कमी लाई जाए, ट्रांसफार्मरों का फेल्योर रेट घटाया जाए, क्वालिटी सप्लाई हो ताकि शिकायतों की संख्या घटे। उन्होंने कहा कि जहां भी ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता हो, वहां तुरंत परीक्षण कर क्षमता बढ़ाना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर ट्रिपिंग, यूनिट लॉस एवं उपभोक्ता शिकायतें बढ़ेंगी।
नुकसान बिजली कंपनी का ही होगा
ऊर्जा मंत्री ने इंदौर के बाहर के सभी अधीक्षण यंत्रियों को निर्देश दिए कि आउट सोर्स कर्मचारियों को समय पर वेतन दिलाएं। जो आउट सोर्स कंपनी समय पर वेतन नहीं दे रही है, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। जिन गांवों में पहले मीटरीकरण हुआ है, वहां मीटर रीडिंग के ही बिल जारी हो। ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिए कि भोपाल में ऊर्जा मंत्री हेल्प डेस्क पर जो भी शिकायतें आती है, उनका जल्दी निराकरण कराया जाए ताकि आमजन को राहत मिल सके। इस डेस्क पर पश्चिम क्षेत्र की नौ माह में 9 सौ शिकायतें पहुंची थीं, जिनका समाधान हुआ है। माह जनवरी में दर्ज शिकायतों के तेजी से समाधान के निर्देश भी उन्होंने दिए। इंदौर और उज्जैन का प्रति यूनिट नकद राजस्व संग्रहण (सीआरपीयू) और बढ़ाया जाए। इंदौर जिले में देपालपुर के अलवासा, खेड़ी खंडवा, टकरावदा उज्जैन, जसंदी बुरहानपुर आदि में कृषि फीडरों में तुरंत सुधार के निर्देश दिए गए हैं।
पश्चिम क्षेत्र की स्थिति बेहतर
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने इस मौके पर मंत्री को बताया कि एक वर्ष में ट्रांसफार्मर का फेल्योर रेट में कमी आई है। यह पहले 4.62 फीसदी थी, जो अब 4.10 फीसदी ही है। उन्होंने लाइन लॉस घटाने, राजस्व बढ़ाने, शिकायतों के तेजी से समाधान और अन्य कार्यों मे मिली सफलता की जानकारी दी।