भोपाल
श्री राम राजा मंदिर ओरछा धाम के दर्शन करने के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब आॅनलाइन बुकिंग पर ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा। निवाड़ी कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर धारा 144 के अंतर्गत इसके आदेश जारी कर दिए हैं।
कलेक्टर के निर्देश के अनुसार मंदिर में प्रतिदिन 1000 श्रद्धालु ही दर्शन के लिए जा सकेंगे। सुबह 9 से दोपहर 12:30 बजे तक और सायंकाल 7 से 9 बजे तक दो चक्र में 500-500 श्रद्धालु श्री रामराजा सरकार के दर्शन कर सकेंगे। कलेक्टर ने कहा है कि मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले दर्शनार्थियों को आॅनलाइन पंजीयन कराना आवश्यक होगा।
यह पंजीयन राम राजा टेंपल एप्प अथवा मंदिर की अधिकृत वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट राम राजा टेंपल डॉट . एमपी. जीओवी. इन पर किया जा सकता है। मंदिर में जाने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। मंदिर में विशेष दर्शन की व्यवस्था पूर्ण तरह प्रतिबंधित रहेगी, विशेष परिस्थितियों में जिला कलेक्टर और प्रबंधक की अनुमति से यह सुविधा प्रदान की जा सकेगी।
ऑनलाइन होगी बुकिंग, नि:शुल्क रहेंगे टिकट
अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को नि:शुल्क टिकट मिलेंगे। इसके लिए किसी प्रकार का चार्ज नहीं देना होगा। वहीं स्थानीय ग्रामीणों को आधार कार्ड या परिचय पत्र लाना अनिवार्य रहेगा। कोविड-19 को रोकने के लिए यह व्यवस्था रखी गई है।
500 वर्ष के इतिहास में पहली बार हुआ मंदिर बंद
महामारी कोरोना वायरस के चले प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी करते हुए ओरछा के 500 वर्ष के इतिहास में पहली बार विश्वविख्यात श्रीरामराजा मंदिर में 17 मार्च दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंध था। पर्यटन नगरी में कोरोना को लेकर सतर्कता बरतते हुए नगर के ऐतिहासिक स्मारक व मंदिर को स्टेट पुरातत्व विभाग के आदेश पर बंद थे। 85 दिन बाद मंदिर को खोला जा रहा है। सरकार के दर्शन करने के लिए लोग लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।
मंदिर के अंदर श्रद्धालु होंगे सैनिटाइज, लगेगी मशीन
ओरछा तहसीलदार वर्मा ने बताया कि मंदिर प्रांगण में सैनिटाइजिंग मशीन लगाई जाएगी। जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन के पहले सैनिटाइज किया जा सके। इसके अलावा करीब दो गज की दूरी से सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए महिला एवं पुरुष दर्शनार्थियों को रामराजा सरकार के दर्शन कराए जाएंगे। इसके साथ ही मुख्य चौराहे पर मंदिर प्रांगण में टंकियां रखवाकर करीब पांच वॉशवेसन लगाकर दर्शनार्थियों के हाथ धोने की व्यवस्था की गई है।
जिससे कि दर्शनार्थियों का संक्रमण से बचाव हो सके। ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था वैकल्पिक रूप से की गई है, आने वाले समय में कोरोना संक्रमण में सुधार होता है ताे दर्शन की स्थिति पूर्ववत कर दी जाएगी। बुकिंग के दौरान जो दान देना चाहता है वह ऑनलाइन दे सकता है।