मिलावटी खाद्य कारोबारियों पर शिकंजा, सात करोड़ का मिलावटी खाद्यान्न जब्त

भोपाल
प्रदेश में मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने और रखने वालों पर सरकार ने शिकंजा कस दिया है। पिछले दो महीनों में ही सौ से अधिक आरोपियों की धरपकड़ कर उनके कब्जे से प्रदेशभर में सात करोड़ का मिलावटी खाद्य पदार्थ जब्त किया गया है। वहीं मुरैना और भिंड में पांच आरोपियों के विरुद्ध एनएसए में कार्यवाही की गई है। प्रदेश में मिलवटी तेल, मावा, दूध, घी बेचने वालों के साथ ही मिलावटी मसाले, बेचने वाले भी सक्रिय है। पेट्रोल-डीजल में भी मिलावट कर ग्राहकों को ठगा जा रहा है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि मिलावटी खाद्य सामग्री बेचने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। जरूरी हो तो उनके खिलाफ एनएसए  का प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जाए। प्रदेश में नवंबर-दिसंबर में मिलावटी खाद्य पदार्थ तैयार करने वाले के विरुद्ध कार्रवाई में तेजी आई है। प्रदेशभर में ऐसे 67 प्रकरण दर्ज कर सौ आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में सात करोड़ 6 लाख रुपए का मिलावटी सामान जब्त किया गया है।

लाखों किलो मिलावटी मसाला खपाने की थी तैयारी
पुलिस प्रशासन ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्यवाही कर एक लाख 11 हजार 469 किलो मिलावटी मसाला और एक लाख 99 हजार 256 किलो अन्य मिलावटी पदार्थ जब्त किया है। मिलावटखोरों की इसे खुले बाजार में खपाने की तैयारी थी। एक हजार 33 लीटर खाद्य तेल भी बाजार में बेचने की कोशिशों को नाकाम किया गया है। शादी-विवाह और जन्मदिन के लिए मिलावटियों ने 5 हजार 31 किलोग्राम मिलावटी मावा बेचने की तैयारी की थी इसकी भी धरपकड़ की गई। प्रदेश में लिए गए दूध के नमूनों में 755 लीटर जहरीला मिलावटी दूध जब्त कर लोगों की सेहत सुरक्षित की गई। एक हजार 236 किलो मिलावटी घी भी जब्त किया गया है।

भिंड-मुरैना में पांच पर एनएसए
मुरैना में तीन और भिंड में दो मामलों में मिलावटी सामग्री निर्माण में लिप्त लोगों के विरुद्ध एनएसए का प्रकरण दर्ज किया गया है। मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण करने के सर्वाधिक दस प्रकरण ग्वालियर में दर्ज किए गए। इंदौर और जबलपुर में छह प्रकरण दर्ज किए गए।  भिंड और सतना में पांच, आगद, दतिया तथा मुरैना में चार और खरगौन, कटनी, श्योपुर में तीन प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं।

मिलावटखोरों पर ऐसे हुई कार्यवाही
ग्वालियर में दो महीनों में 11 मिलावटखोरों से 15 लाख 50 हजार रुपए का माल जब्त कर 3 लाख 32 हजार रुपए अर्थदंड की वसूली भी की गई है। इंदौर में मिलावट माफिया के विरुद्ध 14 प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में 12 लाख 30 हजार रुपए अर्थदंड लगाया गया। मुरैना के अंबाह में एक लाख रुपए की सामग्री जब्त की गई है। मैनगांव में 71 लाख 969 रुपए का 456 लीटर अमानक नकली घी जब्त किया गया है। राशन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ  जबलपुर में सर्वाधिक 32 मामले दर्ज किए गए है। इंदौर में 19, नीमच में 18 और बैतूल में 16 प्रकरण दर्ज किए गए है।

ये जिले पिछड़े
राशन की काला बाजारी करने वालों पर कार्याही के मामले मेें प्रदेश के 8 जिले सबसे पीछे है। इन जिलों में पिछले दो माह में एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया। इन जिलोें में अनूपपुर, डिडौरी, कटनी, खंडवा, मंडला, नरसिंहपुर, शाजापुर और उमरिया शामिल है।