भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जो लोग एमपी से दूसरे जिलों में रोजगार के लिए माइग्रेट हुए हैं, उनकी सूची कलेक्टर तैयार कराएं और वैक्सीनेशन सूची में उनका नाम शामिल होने पर उसे हटाएं। वैक्सीनेशन कम होने के मामले में कोई तर्क नहीं सुना जाएगा। इंदौर में लोगों द्वारा निजी तौर पर टेस्टिंग किए जाने की जानकारी सामने आने पर सीएम चौहान ने कहा कि प्राइवेट टेस्ट को भी रिकार्ड में लिया जाए।
सीधी में 18 साल से अधिक कैटेगरी वाले वैक्सीनेशन में पहले डोज 87.3 प्रतिशत हैं जो अन्य जिलों से कम हैं। वहां इस पर काम करने के लिए कहा गया।
एसीएस हेल्थ मो. सुलेमान ने इस दौरान जिलों में कोरोना की स्थिति पर प्रजेंटेशन दिया। वीसी में स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े, अपर सचिव सीएम छवि भारद्वाज, ओपी श्रीवास्तव, संचालक जनसंपर्क आशुतोष प्रताप सिंह, एनएचएम डायरेक्टर प्रियंका दास भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj #COVID19 के संबंध में क्राइसिस मैनेजमेंट के सदस्यों के साथ वी सी के माध्यम से बैठक कर रहे हैं। इस दौरान जानकारी दी गई कि प्रदेश में 80 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। #MPFightsCorona pic.twitter.com/WRGkLVjhq0
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) January 14, 2022
इन कलेक्टरों से बात की सीएम ने
प्रदेश के तीस प्रतिशत केस इंदौर में हैं। हालांकि 3.3 प्रतिशत ही अस्पतालों में एडमिट हैं। सभी रोगियों का ध्यान रखना है और उपचार के लिए तय प्रोटोकाल का पालन कराना है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस दौरान संक्रमण की रफ्तार थामने सख्ती करने का सुझाव दिया। सीएम ने कलेक्टरों से कोरोना संक्रमण रोकने के प्रबंध की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में ही सबसे अधिक लोग रहेंगे। इनका ध्यान रखें और सावधानियों से उन्हें अवगत कराएं।
बताया गया कि 21384 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। वीसी से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी भी शामिल हुए। सीएम चौहान ने इस दौरान जिलों और तहसील स्तर पर तैयार किए गए आक्सीजन प्लांट की भी जानकारी ली।