इंदौर
नगर निगम द्वारा नगर में भूजल संरक्षण अभियान चलाए 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी नगर में जल पुनर्भरण इकाइयां लगाने की रफ्तार काफी धीमी है। इंदौर 311 एप पर अभी तक जल पुनर्भरण इकाई लगाने के लिए 1650 से ज्यादा लोगों के आवेदन आ चुके हैं, वहीं काल सेंटर पर भी 150 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। इससे स्पष्ट है कि लोग इस सिस्टम को लगवाने में रुचि तो ले रहे हैं लेकिन जल पुनर्भरण के खर्च की अधिकता के कारण कई लोग इस काम के लिए आगे ही नहीं बढ़ रहे हैं।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने जोन स्तर पर सभी अधिकारियों को इस काम का दायित्व भले सौंपा है, लेकिन हकीकत यह है कि जोनल अधिकारी नए घरों व प्रतिष्ठानों में जल पुनर्भरण का काम करवाने के बजाय पहले से मौजूद पुनर्भरण पिट, जलाशयों की जियो टैगिंग करवाकर अपने दायित्व की इतिश्री कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार अभी तक गत 10 दिनों में नगर में 50 से ज्यादा घरों में भी यह सिस्टम नहीं लग सका है, जबकि 463 घर, प्रतिष्ठान, जलाशायों में जहां पहले से जल पुनर्भरण इकाई लगे हैं, उनकी जियो टैगिंग हो गई है।