इंदौर
2022-23 सत्र के लिए यूजी-पीजी कोर्स में प्रवेश को लेकर अगले सप्ताह से आनलाइन काउंसिलिंग शुरू होना है। उच्च शिक्षा विभाग ने इसके संबंध में नियम भी जारी कर दिए है, जिसमें उन विद्यार्थियों को भी काउंसिलिंग में हिस्सा लेने की सलाह दी है जिन्हें 12वीं एमपी बोर्ड की परीक्षा में सप्लीमेंट्री आई है। विभाग ने इन्हें अनिवार्य रूप से पंजीयन करने पर जोर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक 12वीं सीबीएसई के विद्यार्थियों का रिजल्ट आना बाकी है। मगर उन विद्यार्थियों की मेरिट को लेकर पैमाना अलग है। इन छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन पहले चरण की परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।
विभाग ने काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी किया है, जिसमें आनलाइन काउंसिलिंग का एक और सीएलसी के तीन चरण होंगे। स्नातक में 17 से 30 मई और स्नातकोत्तर में 18 से 31 मई के बीच पंजीयन होना है।इसके लिए छात्रों को 100 रुपये फीस भरना होगी। जबकि छात्राओं के लिए रजिस्ट्रेशन बिलकुल मुफ्त है। अधिकारियों के मुताबिक 12वीं पास व सप्लीमेंट्री वाले विद्यार्थियों को पंजीयन करवाना चाहिए, क्योंकि आनलाइन काउंसिलिंग के पहले चरण में शुल्क काफी कम है। मगर प्रत्येक सीएलसी चरण में नए पंजीयन वाले विद्यार्थियों को 500-500 रुपये भरना होंगे।
सात कालेजों को पहले प्राथमिकता
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बाद विद्यार्थियों को च्वाइंस फीलिंग में हिस्सा लेना है। छात्र-छात्राओं को अपने पसंदीदा कालेजों के बारे में बताना है। च्वाइंस फीलिंग में वैसे 15 कालेजों के नाम बताना है। मगर विभाग में पहले स्पष्ट कर रखा है कि सूची के पहले सात कालेजों में सीट आवंटन को लेकर प्राथमिकता दी जाएगी। इसलिए विद्यार्थियों को ऐसे कालेजों के नाम देना है, जिसमें उन्हें प्रवेश लेने की इच्छा हो। कारण यह है कि बाद में कालेजों की सूची में फेरबदल नहीं किया जा सकेगा। अतिरिक्त संचालक डा. सुरेश सिलावट का कहना है कि प्रवेश प्रक्रिया संंबंधित जानकारी सभी कालेजों को भेजी जा चुकी है।