निलंबित वनसंरक्षक मोहन मीणा ने बहाल ने सीएम हेल्पलाइन में लगाई अर्जी

भोपाल
चार महीने से निलंबित चल रहे अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (एपीसीसीएफ) मोहनलाल मीणा ने सीएम हेल्पलाइन में अर्जी लगाकर न्याय की मांग की है। मीणा ने आनलाइन शिकायत में विभाग के आला अधिकारियों पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि संबंधित प्रकरण में न तो मुझसे स्पष्टीकरण मांगा गया है और न ही मुझे पक्ष रखने का मौका दिया गया है। इसलिए निलंबन समाप्त किया जाए। उन्हें 19 अगस्त 2021 को प्रशिक्षु वनपरिक्षेत्र अधिकारी (रेंजर) से बेटे की फीस के लिए पैसे मांगने व महिला कर्मियों से अश्लील हरकत करने के मामले में निलंबित किया गया है। उस समय वे बैतूल जिले में मुख्य वनसंरक्षक (सीसीएफ) के पद पर पदस्थ थे।

मीणा ने सीएम हेल्पलाइन में 16 दिसंबर को शिकायत की है। जिस पर तय प्रक्रिया के तहत कार्रवाई शुरू हो गई है। मीणा वर्तमान में वन मुख्यालय में संलग्न हैं। उल्लेखनीय है कि बैतूल में रहते हुए मीणा ने बेटे की फीस के लिए प्रशिक्षु रेंजर अमित साहू से 30 हजार रुपये की मांग फोन पर की थी। इस चर्चा का आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था। इस आधार पर वन बल प्रमुख आरके गुप्ता ने मामले की जांच के लिए एपीसीसीएफ विभाष ठाकुर और शुभरंजन सेन की दल गठित किया था।

इस दल ने बैतूल जाकर संबंधितों के बयान लिए। बयानों के दौरान लेन-देन के तीन अन्य मामले भी सामने आ गए। वहीं चार मामले महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के थे। जिनमें महिलाओं ने मीणा पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया था। जांच दल ने इन मामलों के लिए अगल से जांच दल गठित करने की अनुशंसा की थी। इस आधार पर एपीसीसीएफ बिंदु शर्मा और अर्चना शुक्ला को जांच सौंपी गई। दोनों अधिकारियों ने संबंधित महिलाओं के बयान लिए। जिसमें आरोपों की पुष्टि हो गई।