पेंशन बहाली के लिए राजधानी में छह दिन डेरा डालेंगे शिक्षक

भोपाल
 पुरानी पेंशन बहाली के लिए मनोकामना यात्रा लेकर 25 दिसंबर को भोपाल पहुंच रहे शिक्षक राजधानी में छह दिन डेरा डालेंगे। शिक्षक यह तय करके आ रहे हैं कि पुरानी पेंशन बहाली कराकर ही राजधानी छोड़ेंगे। वे भेल स्थित एनसीसी मैदान में 25 दिसंबर को शिक्षक संगोष्ठी आयोजित करेंगे। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सहित सभी मंत्रियों और विधायकों को आमंत्रित किया जा रहा है।

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की जिला एवं विकास खंड इकाइयों को अपने क्षेत्र के विधायकों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संगोष्ठी में वह महिलाएं भी आएंगी, जिनके पतियों (शिक्षक) की पिछले दो साल में विभिन्न् कारणों से मृत्यु हो गई है। ये महिलाएं अपनी व्यथा सुनाएंगी। ज्ञात हो कि प्रदेश में नए कैडर में दो लाख 85 हजार शिक्षक हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षकों ने मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार तक अपनी मांग और समस्या पहुंचाने का पूरा इंतजाम किया है। सात नवंबर से प्रदेशभर में मनोकामना यात्रा निकाल रहे शिक्षकों ने हर मंच पर भाजपा सांसद और विधायकों को बुलाया है। वे उन्हें अपनी व्यथा सुना रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि पिछले दो साल में करीब सौ शिक्षकों की विभिन्न् कारणों से मृत्यु हो गई है, तो कई सेवानिवृत्त हुए हैं।

मृत शिक्षकों के आश्रितों को 1200 से ढाई हजार रुपये महीना पेंशन मिल रही है। कुछ परिवार तो ऐसे भी हैं, जिन्हें पेंशन मिल ही नहीं रही है। ऐसे में वे परिवार का भरण पोषण कैसे करें। इनमें से ज्यादातर परिवारों के बच्चे स्कूल और कालेज में पढ़ रहे हैं, तो कुछ परिवारों में बच्चे शादी लायक हो गए हैं। इतनी कम पेंशन में उनकी जरूरतें तो पूरी हो नहीं सकती हैं। इसलिए सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं।