भोपाल
(प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)
अब हमारे परिवार को कच्चे और सीलन भरे घर से छुटकारा मिल गया है। वर्षों से पक्के घर में रहने का सपना पूरा हो गया है। देवास की दुर्गा बाई का पूरा परिवार खुश्है। प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी ने दुर्गा बाई के पूरे परिवार में खुशियाँ दी हैं। दुर्गा बाई का घर मध्यप्रदेश्के उन 4 लाख 72 हजार प्रधान मंत्री आवासों में से एक हैं, जिनमें उनके जैसे परिवार रहने लगे हैं।
दुर्गा बाई जैसे गरीब परिवारों के लिये अपना घर बनाने का सपना देखना आसान नहीं था। अब हर गरीब सपना देख सकता है। प्रदेश के लाखों लोगों का अपने मकान में रहने का सपना पूरा हो रहा है। शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना ने नई उम्मीदें जगाई हैं।
सतना की मीना वर्मा बताती है कि मेरा परिवार पहले कच्चे एवं खपरैल वाले मकान में रहता था, जिसके कारण ठंडी, गर्मी एवं बरसात के दिनों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण हम पक्के आवास का निर्माण नहीं करा सकते थे। आज प्रधानमंत्री आवास योजना की वजह से हमारे सामाजिक जीवन में बदलाव आया है। बीमारियों से निजात मिली तथा अच्छे जीवन की कामना कर पाए हैं।
रामपुर सीधी के निवासी सादिक बताते हैं कि पहले मेरा आवास कच्चा था। खासतौर से बारिश के मौसम में घर में रहना मुश्किल होता था। एक दिन मुझे वार्ड पार्षद से प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में पता चला, जिससे मेरी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। हमारा परिवार अपने सर्व सुविधायुक्त अपने पक्के आवास में आनन्दमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
मेहगांव के नंदेकर के अनुसार पक्का आवास मिलने की उन्हें कल्पना तक नहीं थी लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ने उनके जीवन में परिवर्तन कर दिया। आज वे पक्के आवास में निवास कर रहे हैं। करेली के गिरधारी लोधी बताते हैं कि पक्के आवास से उनके सामाजिक स्तर में सुधार हुआ है।
मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कई नवाचार किये गये हैं। इन नवाचारों की सराहना देश भर में हो रही है। भूमिहीन परिवारों को आवासीय भूमि का पट्टा उपलब्ध कराया गया है। इससे भूमिहीन गरीब रहवासियों को भी योजना के हितग्राही आधारित स्व- निर्माण (बी.एल.सी)घटक का लाभ प्राप्त हो सका है। यह घटक छोटे और मझोले शहरों में योजना का सबसे लोकप्रिय घटक है। शासन के प्रयासों से हर परिवार का खुद के घर का सपना पूरा हो रहा है।