प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में ठंड का सिलसिला आज भी जारी रहेगा

भोपाल
 कुछ दिन में एक बार फिर से मध्य प्रदेश के मौसम (MP Weather) में बदलाव दिख सकता है। हालांकि मौसम के तापमान (temperature) में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। कड़ाके की ठंड (cold) और शीतलहर (cold day) के अलर्ट लगातार जारी किए जा रहे। पूरे प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। बीते 24 घंटे में सागर के अलावा खंडवा, जबलपुर, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, बैतूल, भोपाल, रायसेन और खरगोन सहित गुना में शीतलहर के प्रभाव देखने को मिले हैं। प्रदेश में सबसे न्यूनतम तापमान रायसेन में 3.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।

मौसम विभाग (Weather Department) के मुताबिक 28 जनवरी  प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में ठंड का सिलसिला जारी रहेगा। वही 28 जनवरी तक चलने की संभावना जताई गई है। हालांकि उसके बाद मौसम साफ होने लगेगा। हिसार मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के कई जिलों में मध्यम कोहरे (fog) का भी अलर्ट जारी किया गया है। वही महीने के अंत में बुंदेलखंड महाकौशल में तापमान में तीन से पांच डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है जबकि पश्चिमी इलाके में भोपाल इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर से अंबर में तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है।

इसके बाद 2 फरवरी से प्रदेश में एक और सिस्टम के Active होने के बाद हल्की बारिश (rain) होने के साथ फिर से कड़ाके की ठंड बढ़ने की संभावना है। इसका असर 2 से 3 दिन तक रहने के आसार जताए गए हैं। हालांकि मौसम वैज्ञानिक ने संभावना जताई है कि इस दौरान कोल्ड डे तो नहीं लेकिन कोल्ड वेब जरूर चलेंगे। जिस से दिन में ठिठुरन बढ़ सकती है।

प्रदेशभर में रात का पारा

वहीं बीते 24 घंटे में प्रदेशभर में रात का पारा 6 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया। पचमढ़ी में रात का पारा 1.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं रायसेन में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। देशभर में रात का पारा 60 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया। पचमढ़ी में रात का पारा 1.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं रायसेन में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा बेतूल, भोपाल, दतिया, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, शाजापुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सागर, टीकमगढ़ और उमरिया में भी पारा 4 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर में जमकर बर्फबारी हो रही है। वहीं अफगानिस्तान और पाकिस्तान की तरफ से उत्तरी बर्फबारी के कारण अरे ठंडी हवा प्रदेश भर में ठंड और नवमी का कारण बन रही है। वहीं मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश का सबसे ज्यादा असर मध्यप्रदेश में देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही ग्वालियर चंबल में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिलता रहेगा।

हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई कि 29 जनवरी से ठंड से हल्की राहत मिल सकती है। 2 फरवरी के बाद एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। बादल छाने के साथ कहीं कहीं प्रदेश में बूंदाबांदी रिकॉर्ड की जा सकती है। रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। फरवरी के दूसरे सप्ताह में एक बार फिर से बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई गई है।

कोल्ड डे का अलर्ट

रीवा, उमरिया, छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, छतरपुर, सागर, होशंगाबाद, बेतुल, भोपाल, रायसेन, सीहोर, धार, खंडवा, खरगोन, रतलाम, उज्जैन और गुना

इन जिलों में कोल्ड वेब का अलर्ट

इंदौर संभाग के जिले के अलावा उज्जैन, दतिया, टीकमगढ़, बैतूल, दमोह, बालाघाट, छतरपुर, निवाड़ी, पन्ना, रतलाम, शाजापुर, शिवपुरी और अशोकनगर

इन जिलों में मध्यम कोहरे की संभावना

चंबल संभाग के जिलों के अलावा ग्वालियर, शिवपुरी, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी