भोपाल
मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर घातक होती जा रही है. दूसरी लहर में 13 हजार के लगभग अधिकतम केस आए थे. 11274 नए कोरोना के मरीज मिले हैं. जिस तरह से मध्य प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, उससे लग रहा है कि आने वाले दो दिनों में यह दूसरी लहर के रिकॉर्ड को तोड़कर आगे बढ़ जाए.
आज पांच मरीजों ने तोड़ा दम
अब से पहले कोरोना एक उम्र-आयु तक सीमित नजर आया था, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर में एक पांच साल की बच्ची की भी मौत हो गई है. इससे पता चलता है कि थर्ड वेव कितनी प्रभावी है. शनिवार को 11274 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, संक्रमितों की संख्या 882906 हो गई है. कोरोना संक्रमित पांच मरीजों की आज मौत हो गई. अब मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 10562 पर पहुंच गया है. आज 4966 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. जबकि 61388 मरीज एक्टिव हैं.
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर हुआ मजबूत
फर्स्ट और सेकेंड वेव के मुकाबले थर्ड वेव में सिर्फ ट्रीटमेंट पॉजिटिव बात रही. सेकेंड वेव के दौरान हेल्थ को लेकर जितनी भी खामियां थीं, वे सुधारी गईं. हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए. ताकि, थर्ड वेव में जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन की कमी के चलते किसी की जान न जाए. इसके लिए वेंटिलेटर, कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए. कई संसाधन हॉस्पिटलों में दिए गए.
क्या कहते हैं सीएम शिवराज
इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि कोरोना बीमारी के चलते रोजगार-धंधे, आय के साधन बंद नहीं किए जा सकते. हमें सावधानी पूर्वक इसके साथ निपटना है और इसे हराना है. एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित करते समय उन्होंने यह बात कही थी.
एमपी में वैक्सीनेशन
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मध्य प्रदेश सरकार लगातार वैक्सीनेशन भी करवा रही है. प्रदेश में आज 111440 लोगों को वैक्सीन लगी. वहीं प्रदेश में अब तक 108586958 लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. पिछले 24 घंटे में 83694 लोगों की जांच हुई. वर्तमान में प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 13.4 % पर पहुंच गई है.
ये है राहत की बात
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के मुकाबले इस लहर में देश का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो गया है. ऐसे में तीसरी लहर से निपटने में बहुत अधिक समस्याओं का सामना शादय न करना पड़े. राहत की बात यह है कि ज्यादातर लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है. इसके साथ ही अब बूस्टर डोज को लेकर भी गाइडलाइन जारी हो गई है.
पहली दूसरी तीसरी लहर की रफ्तार
पहली लहर का जब पीक टाइम था तब सितंबर 2020 का महीना था. उस समय पॉजिटिव केसेस की कुल संख्या 63000 से अधिक थी. जबकि एक्टिव केस 6000 से अधिक थे. वहीं दूसरी लहर में अप्रैल 2021 में जब करोना पीक टाइम था, तब प्रदेश में पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 2,75000 से अधिक थी. जबकि एक्टिव केसों की कुल संख्या 89 हजार के आसपास. इधर तीसरी लहर की अगर बात की जाए तो अभी तक एक्टिव केसों की संख्या 61 हजार से अधिक हो गई है.
पीक समय से अधिक रफ्तार में तीसरी लहर
प्रदेश में पहला कोरोना मरीज 20 मार्च 2020 को जबलपुर में मिला था. वहीं भोपाल में 22 मार्च 2020 को पहला मरीज मिला था. 4 सितंबर तक एक्टिव केसों की संख्या की 63000 से अधिक थी. वहीं दूसरी लहर में पीक समय 25 अप्रैल 2021 को माना जा रहा है. जब सबसे अधिक पॉजिटिव मरीज 1 दिन में मिले थे, जिनकी संख्या 13601 थी. वही तीसरी लहर में मात्र 15 दिन में ही पॉजिटिव मरीजों की 1 दिन की संख्या 11274 से अधिक हो गई है और कुल एक्टिव केस 61 हजार से अधिक हैं.