भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उपलब्ध करवाई गई नि:शुल्क वैक्सीन का सर्वाधिक उपयोग करने में मध्यप्रदेश ने अग्रणी भूमिका निभाई है। प्रदेश में वैक्सीनेशन के लिए टीकाकरण महाअभियान की चलाई गई श्रंखला में कई बार राष्ट्रीय रिकार्ड कायम किया, जिसके परिणामस्वरूप शीघ्र ही प्रदेश की पात्र आबादी को हम वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 22 दिसम्बर को प्रदेश में पुन: टीकाकरण महाअभियान होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेशवासियों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षा कवच प्रदान करने में जन-भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसमें सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं, धर्मगुरूओं, कोरोना वॉलेंट्रियर्स, शिक्षक, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, विभिन्न विभागों के मैदानी अमले सहित जन-प्रतिनिधियों ने सक्रिय भूमिका निभाई है। मंत्रि-परिषद के सदस्यों ने भी अपने प्रभार के जिलों में टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए नागरिकों को प्रेरित किया है। सभी के समन्वित प्रयासों से आज मध्यप्रदेश की 95 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की प्रथम डोज और 85 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की दोनो डोज लग चुकी हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे भी ऐसे नागरिकों को चिन्हित करने में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें, जिन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है। ऐसे लोगों का प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन करवाना हम सब की जिम्मेदारी भी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुझे यह जान कर बड़ी प्रसन्नता होती है कि हमारा स्वास्थ्य विभाग का अमला दुर्गम एवं दूरस्थ ग्रामों में भी पहुँचकर ग्रामीणों को वैक्सीन लगा रहे हैं। उनके द्वारा की जा रही इस मानवीय सेवा के दुर्लभ फोटो जब हमें देखने को मिलते हैं, तो सभी प्रदेशवासियों को उन पर गर्व भी होता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों का आव्हान किया है कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए सब एकजुट होकर प्रयास करें कि प्रदेश की पूरी पात्र आबादी को शत-प्रतिशत वैक्सीन की दोनों डोज शीघ्र लग जाए। इससे देश का ह्रदय प्रदेश मध्यप्रदेश कोरोना से पूरी तरह सुरक्षित हो सके। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा – "आओ एक बार फिर हम सब मिल कर कोरोन की जंग में अपना योगदान दें और शत-प्रतिशत टीकाकरण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।"