अंतर्राष्ट्रीय वन मेले का तीसरा दिन

भोपाल

अंतर्राष्ट्रीय वन मेले के तीसरे दिन शुक्रवार को लाल परेड मैदान भोपाल स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में 'लघु वनोपज से स्वास्थ्य सुरक्षा' विषय पर ऑनलाईन कार्यशाला हुई। कोरोना संक्रमण की आशंका को दृष्टिगत ऑनलाइन और ऑफलाइन आयोजित इस कार्यशाला में नेपाल, फिलीपींस, भूटान एवं बांगलादेश के विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए।

कार्यशाला में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उड़ीसा राज्य के प्रतिनिधियों के साथ प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री आर.के. गुप्ता, भारतीय वन प्रबंधन संस्थान के निदेशक डॉ. पंकज श्रीवास्तव, राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री पुष्कर सिंह, अपर प्रबंध संचालक डॉ. अतुल श्रीवास्तव और श्री पी.के. सिंह सहित अन्य प्रदेशों से आए विशेष-विशेषज्ञों ने लघु वनोपजों के संरक्षण, संवर्धन और स्वास्थ्य लाभ में महत्व, आर्थिक वृद्धि के बारे में, विपणन के क्षेत्र में विषय-विशेषज्ञों द्वारा अपने अनुभव और कार्य प्रभार पर सुझावों से अवगत कराया गया। कार्यशाला में नई दिल्ली, पुणे, गाजियाबाद, अलमोड़ा और बंगलोर के व्यापारियों और कृषि विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए।

200 से ज्यादा लोगों ने ली सलाह

वन मेले में नि:शुल्क चिकित्सा के लिए स्थापित ओपीडी में शुक्रवार को 88 आयुर्वेद चिकित्सकों और वैद्यों द्वारा 200 से ज्यादा लोगों को चिकित्सीय परामर्श दिया गया।

30 लाख की वन औषधियों का विक्रय

वन मेले के तीसरे दिन तक 30 लाख रूपए की वन औषधियों का विक्रय हो चुका है। उल्लेखनीय है कि इस वन मेले में मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, केरल और दिल्ली आदि राज्यों के 300 स्टॉल लगाए गए हैं। राज्‍य लघु वनोपज संघ के भोपाल के बरखेड़ा पठानी स्थित एमएफपी पार्क की प्रदर्शनी, उत्पाद और औषधि पौधे मेले में लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं।

 

Exit mobile version