
उज्जैन
प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के बाहर एक बार फिर फुल प्रसादी बेचने वाले व्यापारियों के बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते यह विवाद इतना बढ़ गया कि, व्यापारियों के बीच जमकर मारपीट भी होने लगी। यह दृश्य देख महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए भक्तों में हड़कंप मच गया। वहीं इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने व्यापारियों को समझाइश देकर पूरा मामला शांत कराया। उधर, पुलिस अब इस पूरे मामले में जांच करने के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है। देखा जाए तो पिछले दिनों भी इसी तरह का विवाद महाकाल मंदिर से निकलकर सामने आया था, जहां मंदिर परिसर के बाहर फूल प्रसादी बेचने वाले दो गुटों में विवाद हो गया था, जिसके बाद इन दोनों ही गुटों में जमकर लाठी डंडे भी चले थे।
अफरा-तफरी का माहौल बन गया
हार प्रसाद व्यापारियों के दोनों गुटों के बीच सड़क पर मारपीट देख महाकाल मंदिर के आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया। यह पूरा घटनाक्रम महाकाल मंदिर के प्रवेश द्वार के ठीक सामने हुआ, यहां किसी बात को लेकर हार और प्रसाद व्यापारियों के बीच मारपीट हो गई, यह मारपीट इतनी बढ़ गई कि दोनों ही गुटों ने एक-दूसरे को सड़क पर पटक-पटक कर जमकर मारा। वहीं इसके बाद अन्य व्यापारियों ने समझाइश देकर मामले को शांत करवाया।
आए दिन होता है विवाद
महाकाल मंदिर परिसर के आसपास मौजूद अन्य व्यापारियों की मानें तो यहां आए दिन इसी तरह का विवाद होता रहता है, जहां पिछले दिनों भी एक बड़ा विवाद देखने मिला था। वहीं इसके बावजूद अब तक किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। साथ ही इस तरह के विवादों पर लगाम लगाई जा सके, इसको लेकर भी खास पहल पुलिस और प्रशासन की ओर से नहीं की जा रही। यही कारण है कि, आए दिन व्यापारियों के बीच विवाद की स्थिति बनती है, जिसके चलते मारपीट जैसे घटनाक्रम भी सामने आते हैं। वहीं किसी दिन यह विवाद कोई बड़ा रूप न ले ले, इस बात का ध्यान भी पुलिस और प्रशासन को रखना होगा, और मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने होंगे।
सावन में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
सावन माह होने के चलते विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में इन दिनों भक्तों की भारी भीड़ देखने मिल रही है, जहां श्रद्धालु दूर-दूर से भगवान महाकाल का दर्शन करने धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंच रहे हैं, तो वहीं इस बीच व्यापारियों में हुए इस विवाद के चलते दर्शन करने आए श्रद्धालुओं में भी डर का माहौल है। बहरहाल, अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन आखिर कब तक इस तरह के विवादों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाएंगे।