मकर सक्रांति पर इंदौर में लगा पारंपरिक बाजार, चाइनीज मांझा बेचना प्रतिबंधित

इंदौर
दुनिया भर में मनाई जाने वाली मकर सक्रांति का पर्व पतंग और पतंगबाजी के बिना अधूरा है. यही वजह है कि इंदौर के काछी मोहल्ला में पीढ़ियों से पतंग और पतंगबाजी का बाजार हर साल सजता है. जहां तरह-तरह की रंगीन और आकर्षक पतंगे बेची जाती हैं. इस बार बाजार पर कोरोना संक्रमण का असर है. इसके बावजूद बाजार में पतंगबाजी को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है.

मकर संक्रांति के पावन पर्व पर अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. पतंगबाजी का शुमार भी लोगों के सिर चढ़कर बोलता है. इस बार बाजार में अलग-अलग वैरायटी की पतंग और मांझा मौजूद है. हालांकि संक्रमण की आशंका के मद्देनजर जिस तरह की खरीदारी करने के लिए लोग बाजारों में आते थे, उस तरह की खरीदारी नहीं हो रही है. बाजार में पतंग की कुछ एक ही वैरायटी उपलब्ध हैं.

पतंग का बाजार काछी मोहल्ला पतंग की दुकान को लेकर चर्चाओं में रहता है. काछी मोहल्ले में मौजूद व्यापारियों ने अलग-अलग वैरायटी की पतंगें मंगवाई हैं. इसमें हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और गुजरात की पतंग प्रमुख हैं. बाजार में इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही महात्मा गांधी की भी पतंगे मौजूद हैं. पतंगबाजी करने वाले लोग जमकर खरीद रहे हैं.

इस बार पतंगों के दाम में भी काफी उछाल है. कभी पतंग काफी सस्ती मिलतीं थीं. उन पतंगों के दामों में तकरीबन आठ से दस रुपयों का इजाफा हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी और महात्मा गांधी सहित हरियाणा, राजस्थान और गुजरात की जो पतंग आई हैं, उनके दाम तकरीबन 60 से लेकर 600 रुपये तक हैं.

शहर में खतरनाक चाइनीज मांझे के उपयोग को लेकर पुलिस कमिश्नर इंदौर प्रतिबंधित लगाया हुआ है. जिले में पुलिस ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार कर रही है, जो चाइनीज मांझा बेच रहे हैं. पुलिस ने 144 के तहत राहुल कुमावत पिता गोपाल कुमावत उम्र 26 साल को चाइनीज मांझा बेकने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गोपाल के पास से पुलिस ने 15 नग चाइनीज मांझा बरामद किया है.