केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते खतरे को देखते हुये तैयारियों की समीक्षा

मुरैना
कोविड (ओमिक्रॉन) के तेजी से बढ़ते खतरे को देखते हुये इससे पूरी तरह से निपटने के लिये केन्द्रीय कृषि विकास, किसान कल्याण मंत्री और क्षेत्रीय सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर आने से पूर्व हमारी समस्त तैयारियां शत-प्रतिशत पूर्ण हो जायें। सभी ऑक्सीजन प्लांट सहित अन्य उपकरण चालू रहें। हर बैड पर ऑक्सीजन पहुंचे, इसके लिये हम स्वयं जिम्मेदार रहें। हमारी निगरानी पूरी तरह से होना चाहिये। केन्द्रीय मंत्री तोमर जिला क्रायसिस मैनेजमेन्ट कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
    
बैठक में जौरा विधायक सूवेदार सिंह रजौधा, मुरैना विधायक राकेश मावई, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. योगेशपाल गुप्ता, पूर्व मंत्री रूस्तम सिंह, पूर्व विधायक शिवमंगल सिंह तोमर, परशुराम मुदगल, कलेक्टर बी.कार्तिकेयन, जिला पंचायत के सीईओ रोशन कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया, समाजसेवी सोनू परमार, उदयवीर सिंह सिकरवार, सभापति अनिल गोयल, हमीर सिंह पटेल, क्रायसिस मैनेजमेन्ट के सदस्य, समस्त जिलाधिकारी उपस्थित थे।
    
केन्द्रीय मंत्री एवं जिला क्रायसिस मैनेजमेन्ट समिति के सदस्यों को कलेक्टर बी.कार्तिकेयन ने अवगत कराया कि जिले में 14 लाख 45 हजार 844 पापुलेशन में से 13 लाख 22 हजार 522 लोगों को प्र्रथम डोज जो लक्ष्य का 91.47 प्रतिशत है। इसी तरह 13 लाख 4 हजार 852 लोगों को अब तक द्वितीय डोज वैक्सीन का लग चुका है, जो 90.25 प्रतिशत है। शेष रहे 17 हजार 670 लोगों को सेकेण्ड डोज लगाने की  प्रक्रिया चल रही है। इसमें कई लोग आउट ऑफ स्टेशन है। कलेक्टर ने बताया कि 800 लोगों की प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता है। फस्टवेब में 3 लाख 33 हजार 142 लोगों की टेस्टिंग की गई और द्वितीयबेव में 2 लाख 26 हजार 491 लोगों की टेस्टिंग की गई, जो पर डे एवरेज 796 थी। कलेक्टर ने बताया कि जिले में कुल 580 बैड उपलब्ध है। अप्रैल 2021 की स्थिति बैडों की संख्या 132 थी, जो बढ़कर अब 580 हो गई है। कलेक्टर ने बताया कि नई बिल्डिंग (300 बिस्तर वाले) अस्पताल में उपकरण एवं आईसीयू बैड प्राप्त होने पर आईसी यूनिट का उपयोग किया जा सकेगा। जिला चिकित्सालय में कुल बैड 424, स्पेशल बैड 401, आइसोलेशन बैड 72, आईसीयू बैड्स लगभग 90 है।
    
जिले के 8 चिकित्सालयों में 8 ऑक्सीजन प्लांट है, जो 2100 एलपीएम क्षमता के चालू स्थिति में है। इसी के साथ समय-समय पर भी उपकरण प्राप्त हुये है, वे भी चालू स्थिति में है। हर बैड पर ऑक्सीजन पहुंच रही है। 9 जगहों पर जनरेटर नहीं होने के कारण टेण्डर किये गये है।
    
कलेक्टर ने बताया कि जिला चिकित्सालय में 6 केएल क्षमता का लिक्विड़ ऑक्सीजन प्लांट का कार्य आईनोम्स कंपनी द्वारा प्रगतिरत है। जिसको आगामी एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जायेगा। जिसमें 400 विस्तरों पर 24 घंटे ऑक्सीजन की सप्लाई की जायेगी। जिला चिकित्सालय मुरैना में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर 257, 49-5 लीटर, 208-10 लीटर वाले उपलब्ध है। 15 वेन्टीलेटर चालू हालत में है। वायकाल मशीन उपलब्ध है। 30 मशीन की और डिमांण्ड की गई है। संभवतः आने वाली तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर सभी जनप्रतिनिधियों, सदस्यों ने जिला प्रशासन के प्रति प्रशंसा व्यक्त करते हुये कहा कि वास्तव में जिला प्रशासन इस बार पूरी तैयारी कर प्रशंसा का पात्र है।       
    
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि उपलब्ध चिकित्सीय संस्थान और चिकित्सकों का उत्साहवर्धन करना चाहिये। उन्होंने कहा कि अब सभी पीएससी, सीएससी पर उपकरण सहित अन्य सुविधाऐं उपलब्ध है। मरीजों का अब पूरी तरह वहीं उपचार किया जाये। अगर वहां संसाधन की कमी है, तभी वे जिला चिकित्सालय को और ज्यादा गंभीर है तो उसे ग्वालियर के लिये रैफर किया जाये। उन्हों आश्वस्त किया कि जहां चिकित्सकों की कमी है, वहां चिकित्सकों की व्यवस्था करेंगे।
    
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि समय रहते जागरूकता अभियान रोको-टोको अभियान की शुरूआत आज से ही प्रारंभ कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि मास्क ही अब कोरोना का पहला उपचार है। हर व्यक्ति मास्क लगायें, दो गज की दूरी बनाकर चलें, अपने आप में सुरक्षा करना हमारा पहला कर्तव्य है। अब लोगों को पुराना अनुभव भी है, जनप्रतिनिधि भी अपने-अपने क्षेत्रों में सहयोग करें।  

Exit mobile version