
सीहोर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक अनूठी पहल करते हुए प्रदेश स्थापना दिवस की तर्ज पर ग्राम और नगरों का स्थापना दिवस मनाने की शुरुआत की। इसकी शुरुआत नर्मदा जयंती पर नर्मदा किनारे बसे अपने गांव जैत से की। उन्होंने कहा ग्राम या नगर का जन्म दिन मनाना वहां रहने वाले लोगों लिए गौरव दिवस की तरह होगा। इससे पहले महिला स्व सहायता समूहों को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए इन समूहों को 300 करोड़ का ऋण वितरण किया। यह कार्यक्रम भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्राम व नगर के स्थापना दिवस मनाने के अभियान की शुरुआत आज अपने गृह ग्राम जैत से की। नर्मदा नदी के किनारे बसे इस गांव का जन्मदिन अब नर्मदा जयंती के दिन मनाया जाएगा। इसलिए सीएम चौहान यहां पहुंचे और ग्राम सभा की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने गांव के लोगों से संवाद किया और ग्राम के सम्पूर्ण विकास को लेकर चर्चा की।
नगर और ग्राम का स्थापना दिवस मनाने के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्णय पर आज से अमल शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री चौहान का मानना है कि किसी नगर या ग्राम के जन्म-दिवस मनाने से पर्यावरणीय सुधार और विकास होगा। ग्राम या नगर का जन्म-दिवस वहां रहने वाले लोगों के लिए गौरव दिवस की तरह होगा। इसके लिए हर नगर व ग्राम स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा जिसमें सीनियर सिटीजन को भी शामिल किया जाएगा और उनके अनुभवों को साझा करने की रणनीति बनेगी।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने नर्मदा जयंती के पावन अवसर पर अपने गृह ग्राम जैत के जन्मदिन के कार्यक्रम के शुभारंभ से पूर्व सपरिवार खेड़ापति मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की और अपने गांव, प्रदेश व देश के मंगल एवं कल्याण के लिए प्रार्थना की। pic.twitter.com/27YoeYgxOZ
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) February 8, 2022
जन्म भूमि से जुड़ें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि लोग जब सीधे अपनी जन्मभूमि से जुड़ेंगे तो वहां के विकास के लिए खुद आगे आएंगे। उनकी यह जिम्मेदारी भी बनती है क्योंकि गांव व नगर में पैदा होने वाला संपन्न व्यक्ति सफल राजनीतिज्ञ, अधिकारी, वैज्ञानिक, बिजनेसमैन, उद्योगपति या अन्य महत्वपूर्ण पद पर काम करने वाला हो सकता है। उन्होंने जैत के ग्रामीण जनों के साथ पौधे भी रोपे।
गांव से जुड़ा व्यक्ति विकास की बात सोचेगा और मदद भी करेगा
सीएम मानना है कि जब गांव से जुड़ा हर व्यक्ति ग्राम विकास को लेकर बैठेगा तो वह अपने स्तर पर विकास की बात सोचेगा और गांव को चौतरफा विकास की ओर ले जाने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अन्य स्थानों पर भी भविष्य में ऐसे कार्यक्रम होंगे जो स्थानीय नागरिकों को अपने ग्राम और नगर की प्रगति के लिए सदैव योगदान देने का संकल्प लेने का अवसर भी बनेंगे। इस फैसले के बाद राजस्व, नगरीय विकास, पंचायत और ग्रामीण विकास समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने विकास का खाका तैयार करना भी शुरू कर दिया है कि आखिर यह काम कैसे पूरा किया जाएगा?
खेड़ापति माई और हनुमान दादा मंदिर में पूजन
मुख्यमंत्री चौहान ने जैत के जन्मदिन मनाने की शुरुआत खेड़ापति माई मंदिर और हनुमान दादा मंदिर में पूजा अर्चना से की। इसके बाद ग्राम का भ्रमण किया और आंगनबाड़ी, सरपंच का मकान, पैतृक निवास, बड़े पटेल तिराहा, समला मोहल्ला में लोगो से जैत के विकास पर चर्चा की। उन्होंने नर्मदा जयंती कार्यक्रम में कन्या पूजन, गौरव दिवस की अवधारणा पर प्रेजेंटेशन, गौरव दिवस के अवसर पर बुजुर्ग एवं सम्माननीय ग्रामीण जनों का सम्मान और ग्राम सभा का शुभारंभ, ग्राम के विकास कार्यों एवं प्रस्तावित कार्यों पर चर्चा की। इसके बाद अपने पैतृक निवास से चुनरी यात्रा का शुभारंभ किया और जैत घाट पर मां नर्मदा की महाआरती में शामिल हुए।