डिंडोर
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत देवरा के महिला पुरुष सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए ग्राम पंचायत देवरा को नगर परिषद में शामिल नहीं करने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है नगर परिषद और में शामिल होने से आम लोगों पर सम्पत्ति कर का बोझ, भवन निर्माण में अनुमति की परेशानियां, ड्राइवर्सन कि अनिवर्यता, बिजली बिल का भार बढ़ेगा वही ग्राम में रहने वाले अधिकतर मजदूर और किसानों को परेशानी का सामना करना किसानों को मवेशियों को लेकर परेशानी बढ़ेगी। वहीं मनरेगा के कार्य बन्द होने से मजदूरों के सामने रोजगार का संकट होगा। इन कई तरह की समस्याओं की शंका के चलते बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर SDM बलबीर रमण को ज्ञापन सौंप कर ग्राम देवरा को ग्राम पंचायत ही बनाए रखने की मांग की है।
गौरतलब है कि इस विषय पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेता हरेंद्र मार्को ने भी आपत्ति की है और वे नगर परिषद में जनप्रतिनिधित्व को लेकर अपना विरोध दर्ज करवा रहे है वहीं देवरा क्षेत्र की ग्रामीण जनता अन्य समस्याओं को लेकर इसका विरोध कर रही है। हालाकि देवरा के हंस नगर और साकेत नगर के रहवासी नगर परिषद ने शामिल किय जाने का विरोध नहीं कर रहे है किन्तु ग्रामीण के मजदूर और किसान वर्ग के लोग इस निर्णय से शंकित है कि उनकी परेशानियां और आर्थिक भार बढ़ेगा जिसके चलते वे ग्राम पंचायत मे ही रखे जाने की मांग की है।