भगवान बिरसा मुंडा का सम्मान समूची जनजाति का सम्मान है: शिवराज सिंह चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में जनजाति गौरव की पुनर्स्थापना की है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर को पूरे भारत वर्ष में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में हर वर्ष मनाये जाने का निर्णय ऐतिहासिक है। भगवान बिरसा मुंडा का सम्मान समूची जनजाति का सम्मान है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भोपाल में नव-निर्मित रेलवे स्टेशन का नाम जनजातीय रानी कमलापति के नाम पर किये जाकर उत्कृष्ट कार्य किया गया है। मैं प्रदेश की साढ़े 8 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन वस्तुतरू जनजातियों की जिंदगी बदलने का अभियान है। यह जनजातियों के कल्याण, सम्मान एवं गौरव के लिए सरकार द्वारा लिया गया संकल्प है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी वैक्सीन के रूप में हमें जिंदगी का डोज दिया है। सादुनिया ने इसकी सराहना की है। उन्होंने हर व्यक्ति के लिए रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई, लिखाई और रोजगार का इंतजाम किया है। उन्होंने डीजल एवं पट्रोल की कीमतों में उल्लेखनीय कमी की। डीएपी खाद की कीमत भी कम की। मोदी जी के राज में कोई भूखा नहीं सोता है। उन्होंने कोरोना काल में निरूशुल्क अनाज दिलवाया। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से हर व्यक्ति के लिए आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। हमने प्रदेश में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना लागू कर आवास के लिए गरीबों को निरूशुल्क जमीन दिलाने का कार्य किया है। प्रदेश में ढाई करोड़ से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बन गये हैं।
प्रधानमंत्री गरीबोें और जनजातियोें के मसीहा-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों और जनजातियों के सबसे बड़े मसीहा हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना की दोनों लहरों में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के गरीब और जनजातीय भाई बहनों के लिए 9857 करोड़ रुपये का मुफ्त राशन उपलब्ध कराया। प्रधानमंत्री मोदी आज राशन आपके गांव योजना का शुभारंभ कर रहे हैं। इस योजना में राशन गाँव- मजरे टोलो, फलियों में पहुँचाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एकलव्य विद्यालय के साथ-साथ गांव-गांव में आश्रम, शाला और छात्रावास बन रहे हैं। फलियों तक बिजली सुविधा का विस्तार हुआ है। हम जनजातीय समाज के उत्थान, आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनभागीदासे विकास की प्रक्रिया को गति मिलती है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि हम सब मिलकर मध्य प्रदेश को आगे बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार सरकाबैकलॉग पदों पर शीध्र भर्ती करेगी। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के माध्यम से स्व-रोजगार के अवसर पैदा किये जा रहे हैं। जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिए श्पेसाश् एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाएगा। वन समितियों को तेंदूपत्ता बेचने का अधिकार दिया जाएगा। आबकानीति में जनजातीय परंपराओं का ध्यान रखा जाएगा। हर गाँव में 4 ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन, केन्द्रीय योजनाओं, राज्य सरकार की योजनाओं एवं जनता के सहयोग से हम आत्म-निर्भर भारत एवं आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के सपने को शीघ्र साकार करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने जनजाति कला प्रदर्शनी का अवलोकन किया-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान सर्वप्रथम कार्यक्रम स्थल जंबूमैदान पहुँचकर जनजातीय गौरव प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित जनजातीय नायकों की गौरव गाथा और कलाकृतियों का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी के दूसरे हिस्से में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और वन धन केन्द्रों के उत्पादों का भी अवलोकन किया और जनजातीय उद्यमिता को सराहा। प्रधानमंत्री ने इसी दौरान वयोवृद्ध जन-प्रतिनिधि पूर्व मंत्री 103 वर्षीय लक्ष्मी नारायण गुप्ता से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने भेंट किया शहीदों की मिट्टी का अमृत कलश-
महासम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 23 जिलों के 75 जनजातीय रणबाँकुरे शहीदों के शहीद स्थलों की मिट्टी से पूरित अमृत कलश भेंट किया। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को भोपाल की गोंड रानी कमलापति की प्रतिमा की लघु प्रतिकृति भी भेंट की। प्रसिद्ध जनजातीय लोक चित्रकार पद्मसुभूबाई एवं भज्जू सिंह ने अपनी चित्रकृति श्भाबरीश् और श्छाँहश् प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की।
परंपरागत तरीके से हुआ प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत-
महासम्मेलन के मंच पर पहुँचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जनजातीय संस्कृति के अनुरूप परंपरागत स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री को तीर-धनुष भेंट किये। प्रधानमंत्री मोदी को कलसिंह भाबर एवं ओमप्रकाश धुर्वे ने परंपरागत जनजातीय जैकेट पहनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्यपाल मंगुभाई पटेल को वन मंत्री विजय शाह ने बैगा माला व पगड़ी पहनाई। मुख्यमंत्री चौहान को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने बैगा माला एवं पगड़ी भेंट कर सम्मानित किया। लगभग 425 लोक कलाकारों ने आकर्षक लय ताल के साथ जनजातीय करमा नृत्य प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण जनजातीय कार्य मंत्री सुमीना सिंह मांडवे ने दिया। कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि तथा किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिंया, खाद्य प्र-संस्करण तथा जल शक्ति प्रहलाद पटेल, सामाजिक न्याय तथा अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरूगन, मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री लालसिंह आर्य, सांसद एवं विधायक आदि उपस्थित थे।
जम्बूरी मैदान हेलीपेड पर भी जनजातीय परम्परा से हुआ स्वागत-
महासम्मेलन के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्टेट हैंगर से जम्बूरी मैदान हैलीपेड पहुँचने पर जनजातीय परम्परा के अनुसार स्वागत किया गया। जनजातीय समुदाय के लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ पारम्परिक नृत्य की प्रस्तुति दी। प्रधानमंत्री के जम्बूरी मैदान हैलीपेड आगमन पर राज्यपाल मंगु भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, संभागायुक्त भोपाल गुलशन बामरा, विधायक कृष्णा गौर और जन- प्रतिनिधियों ने अभिनंदन कर अगवानी की।