किसानों की आय बढ़ाने और औषधीय खेती को बढ़ावा देने में सहायक होगी देवारण्य योजना: कलेक्टर

किसानों की आय बढ़ाने और औषधीय खेती को बढ़ावा देने में सहायक होगी देवारण्य योजना: कलेक्टर

सीहोर। बदलती वैश्विक परिस्थितियों और स्वास्थ्यगत आवश्यकताओं के परिणामस्वरूप जड़ी-बूटियों का महत्व और उनकी मांग बढ़ी है। औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने तथा किसानों की आय बढ़ाने किसानों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा देवारण्य योजना बनाई गई है। जिले में इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर की अध्यक्षता में जिला पंचायत के सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से कृषकों को चिन्हित किया जाए तथा किसानों को आवश्यक प्रशिक्षण, क्षमता विकास और उत्पादों की बिक्री के लिए सही मार्केट लिंकेज स्थापित करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने आयुर्वेदिक उत्पादों से जुड़ी कंपनियों की मांग के अनुसार प्रदेश में औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने के सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही किसानों को भी प्र-संस्करण प्रक्रिया से जोड़ा जाए। बैठक में कलेक्टर श्री ठाकुर ने किसानों के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र, सुविधा केन्द्र एवं अन्य अनुसंधान केन्द्रों के माध्यमों से उच्च गुणवत्ता के पौधे तैयार करने एवं सुविधा केन्द्र के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराने के साथ ही उत्पाद की टेस्टिंग व्यवस्था आदि के संबंध में विस्तार ने निर्देश दिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रारंभिक रूप से योजना का क्रियान्वयन सीहोर के साथ ही अनूपपुर, नर्मदापुरम, सतना, झाबुआ, डिण्डौरी, बैतूल में किया जा रहा है। आयुष विभाग, उद्यानिकी एवं ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित स्व-सहायता समूहों तथा एनजीओ के माध्यम से इस योजना क्रियान्वयन एवं संचालन पर काम किया जा रहा है। सीहोर में आंवला, सुरजना, अश्वगंधा, सफेद मूसली, इसबगोल और स्टीविया की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ हर्ष सिंह, सीएमएचओ डॉ. सुधीर कुमार डहेरिया, जिला आयुष अधिकारी डॉ. नरेन्द्र लोधी, जिला उद्यानिकी अधिकारी राजकुमार सगर सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।