
सीहोर। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी चल रही है। इस दौरान वेयर हाउसों में बनाए गए तुलाई केंद्रों पर किसान अपनी फसलों कोे लेकर पहुंच रहे हैैं, लेेकिन ज्यादातर तुलाई सेंटरों पर किसान ठगे जा रहे हैैं। किसानोें से बारदाने के वजन के नाम पर 250 से 500 ग्राम उपज ज्यादा ली जा रही है, जबकि नियमानुसार ऐसा नहीं किया जा सकता है।
सीहोर जिले में किसानोें से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए 200 से अधिक तुलाई केंद्र बनाए गए हैं। इन तुलाई केंद्रोें पर गेहूं की फसलें ली जा रही है। इस बार सीहोर जिले से गेहूं की खरीदी के लिए 5 लाख मीट्रिक टन से अधिक का लक्ष्य रखा गया है। अब इसके लिए युद्ध स्तर पर गेहूं खरीदी का कार्य चल रहा है, लेकिन इनमें से कई केंद्रों पर किसानों को ठगा भी जा रहा है। दरअसल किसानों से बारदानोें के वजन के नाम पर ज्यादा गेहूं लिया जा रहा है, जबकि नियमानुसार ऐसा नहीं किया जा सकता है। गेहूं की तुलाई बड़े कांटोें पर की जा रही है औैर ट्रैक्टर-ट्राली का वजन काटकर किसानों को बिल दिया जाना है, लेेकिन सीहोर तहसील सहित कई तुलाई सेंटरों पर किसानोें की ट्रॉलियों में से वारदानों का वजन काटकर बिल बनाया जा रहा है। इसकोे लेकर किसानों ने विरोध भी करना शुरू किया है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने चलाई मुहिम-